दवा की क्वालिटी खराब होने पर भारत सरकार ने की देशभर में कार्यवाही
देहरादून। भारत सरकार ने खराब गुणवत्ता की दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। इन कंपनियों में उत्तराखंड की 45 कंपनियां हैं। आरोप है कि इनकी दवा की क्वालिटी तय मानको के अनुसार नहीं है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दवा कंपनियो का निरीक्षण किया था। इनमें बन रही दवाएं अच्छी क्वालिटी की नहीं मिली थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। कंपनियों को तुरंत दवाओं के उत्पादन को बंद करने का आदेश भी जारी किया गया है।
दवा बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ कई दिनों से अभियान चलाया जा रहा है। 20 दिन से देश के अलग-अलग राज्यों में डीसीजीआई की फार्मा कंपनियों का निरीक्षण कर रही हैं। इस दौरान जहां दवाएं तय मानकों के अनुसार नहीं मिल रही है। वहां लाइसेंस रद्द किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में यह कदम उठाया गया है। जिन कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं उनमें हिमाचल प्रदेश की 70, मध्यप्रदेश की 23 और उत्तराखंड की 45 कंपनियां है। यह ऐसा पहला मौका नहीं है जब ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने फार्मा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है।