हरिद्वार: अध्यात्म चेतना संघ द्वारा आयोजित श्रीमद्भगवद्गीता महोत्सव-2024 में आज कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया गया। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व योग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ईश्वर भारद्वाज को ‘गीता रत्न’ सम्मान से सम्मानित किया गया। उनकी ओर से यह सम्मान उनकी पत्नी श्रीमती मिथलेश भारद्वाज ने ग्रहण किया।
इसके साथ ही भारतीय महिला हाकी टीम की खिलाड़ी मनीषा चौहान, आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के उत्तराखंड प्रभारी तेजिन्दर सिंह कैंथ, पत्रकार शशांक सिखौला और अन्य को ‘हरिद्वार गौरव’ सम्मान से सम्मानित किया गया।
योग और गीता का गहरा नाता:
संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण कुमार पाठक ने बताया कि डा. ईश्वर भारद्वाज ने योग को शैक्षणिक पाठ्यक्रम से जोड़ने में अहम योगदान दिया है जो श्रीमद्भगवद्गीता के 18 अध्यायों के सिद्धांतों के अनुरूप है।
गीता रत्न और हरिद्वार गौरव सम्मान:
यह सम्मान संस्था द्वारा 1917 से दिया जा रहा है और इससे पहले पतंजलि योगपीठ के महासचिव आचार्य बालकृष्ण सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है।
कथाव्यास का प्रवचन:
कथाव्यास आचार्य करुणेश मिश्र ने श्रीमद् भागवत सप्ताह के षष्ठम् दिवस पर गोवर्धन पूजन और रुक्मिणी विवाह के प्रसंगों का श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि मन ही बंधन और मुक्ति का कारण है।