देहरादून: उत्तराखंड के चिकित्सा निदेशालय में तैनात एक वरिष्ठ सहायक को विजिलेंस विभाग ने 6000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मुकेश कोटियाल के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज कराई थी कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक मुकेश कोटियाल ने उससे 8500 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने पहले ही 2500 रुपये आरोपी को दे दिए थे।
सतर्कता विभाग ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एक टीम का गठन किया। टीम ने आज आरोपी को शेष 6000 रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी:
यह घटना एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर करती है। विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है और ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है।
जनता से अपील:
विजिलेंस विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि किसी सरकारी अधिकारी से रिश्वत मांगी जाती है तो वे बिना किसी हिचकिचाहट के सतर्कता विभाग में शिकायत दर्ज कराएं। विभाग शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखेगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।
आगे की कार्रवाई:
विजिलेंस विभाग ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। विभाग आरोपी से पूछताछ कर रहा है और मामले की जांच जारी है।
चिकित्सा निदेशालय में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश: वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार
By
Posted on