उत्तराखण्ड
सादगी की मिसाल: चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने मंदिर में रचाई सादगीपूर्ण शादी
आज जब शादियां भव्य आयोजनों और तामझाम का प्रतीक बनती जा रही हैं, वहीं उत्तराखंड के चमोली जिले के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने एक सादा और आदर्श विवाह कर समाज को एक नई दिशा दिखाई है। संदीप तिवारी ने हाल ही में डॉ. पूजा डालाकोटी के साथ विवाह किया, और इस विवाह में न तो किसी प्रकार की शान-ओ-शौकत थी, न ही किसी वीवीआईपी आयोजन की झलक। उन्होंने भगवान को साक्षी मानकर मंदिर में सामान्य रीति-रिवाजों के साथ विवाह रचाया।

सादी शादी की इस पहल की हर ओर सराहना हो रही है। डॉ. पूजा डालाकोटी हल्द्वानी के तीनपानी क्षेत्र की निवासी हैं और वर्तमान में सुशीला तिवारी अस्पताल के ईएनटी विभाग में कार्यरत हैं। संदीप तिवारी का कहना है कि वे धार्मिक परंपराओं में विश्वास रखते हैं, और इसी कारण उन्होंने मंदिर में शादी करने का निर्णय लिया, जिसे उनकी पत्नी का भी पूरा समर्थन मिला। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के रीति-रिवाज अन्य राज्यों से कुछ अलग होते हैं और वे चाहते थे कि उनकी शादी भी उन्हीं परंपराओं के अनुसार सादगीपूर्वक हो।
हिमाचल प्रदेश निवासी संदीप तिवारी उत्तराखंड में पिछले छह वर्षों से प्रशासनिक सेवा में कार्यरत हैं। वे पहले एसडीएम, फिर नैनीताल में सीडीओ और कुमाऊं मंडल के एमडी रह चुके हैं। वर्तमान में वे चमोली जिले के जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। अपनी प्रशासनिक व्यस्तताओं के बीच समय निकालकर उन्होंने एक साधारण, परंतु गहरी सामाजिक प्रेरणा देने वाली शादी की।
संदीप तिवारी और डॉ. पूजा की यह विवाह रस्म आज के समाज में दिखावे की होड़ को चुनौती देती है। यह संदेश देती है कि वैवाहिक जीवन की शुरुआत प्रेम, समझदारी और सादगी से की जाए तो वही असली शान होती है। उनकी यह पहल न सिर्फ एक मिसाल है, बल्कि युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत भी है।
