नई दिल्ली। शनिवार की रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 17 लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक घायल हो गए। यह हादसा शनिवार रात करीब 10 बजे हुआ, जब महाकुंभ में जाने के लिए हजारों श्रद्धालु स्टेशन पर जमा हो गए।
भगदड़ के कारण
- शनिवार-रविवार की छुट्टी होने के कारण महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन पर उमड़ पड़ी।
- भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण हालात बेकाबू हो गए।
- कुछ ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह ने भी भगदड़ को बढ़ावा दिया।
मृतकों और घायलों की संख्या - लोकनायक अस्पताल की प्रमुख डॉ. ऋतु सक्सेना ने 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जिनमें 11 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं।
- दो लोगों की मौत लेडी हार्डिंग अस्पताल में हुई।
- 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पीड़ितों की आपबीती - बिहार के राजकुमार माझी ने बताया कि उन्होंने इस भगदड़ में अपनी पत्नी और बेटी को खो दिया, और उनका बेटा अभी तक लापता है।
- पटना के पप्पू ने बताया कि उन्होंने इस हादसे में अपनी मां को गवां दिया है।
रेलवे की प्रतिक्रिया - रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि पूरी टीम प्रभावितों की मदद में जुटी है।
- रेलवे ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
- एनडीआरएफ की टीम भी राहत कार्य के लिए स्टेशन पर पहुंच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार - प्रयागराज जा रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर शिवगंगा एक्सप्रेस के जाने के बाद सारी भीड़ प्लेटफॉर्म 14-15 पर आ गई, जिससे भगदड़ मच गई।
- कुछ लोगों का कहना है कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस खड़ी थी, और उसी समय स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी देरी से चल रही थीं, जिसके कारण यात्रियों की भीड़ बढ़ गई।
स्थिति नियंत्रण में
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और घायलों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
