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मई दिवस पर मेहनतकशों की एकजुटता का संदेश, ठेका प्रथा व स्मार्ट मीटरों का विरोध
पौड़ी। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर एच.एन. बहुगुणा मूर्ति स्थल, कलेक्ट्रेट पौड़ी में मई दिवस आयोजन समिति के बैनर तले एक भव्य गोष्ठी और धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट, नागरिक कल्याण समिति और सीटू के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रमिक संगठनों, कर्मचारियों, युवाओं, छात्रों, महिलाओं, व्यापारियों और पत्रकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस वर्ष आयोजन का नारा था – “आवाज दो, हम एक हैं – दुनिया के मेहनतकश एक हो!”। वक्ताओं ने शिकागो आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और सामाजिक असमानता, महंगाई, बेरोजगारी, ठेका प्रथा, निजीकरण, श्रम कानूनों की अनदेखी जैसे मुद्दों पर चिंता जताई। पूर्व लागू श्रम सुधारों के खिलाफ एकजुट संघर्ष की आवश्यकता पर बल दिया गया।
सभा में प्रदेश में लगाए जा रहे स्मार्ट बिजली मीटरों का भी विरोध किया गया। “एक देश-एक सेठ नहीं चलेगा” जैसे नारों के साथ निजीकरण और अडानी समूह की नीतियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई।
मुख्य मांगों में न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करना, श्रम कानूनों का सख्ती से पालन, पुरानी पेंशन की बहाली, स्थायी रोजगार की गारंटी, प्राकृतिक संसाधनों की लूट रोकना, और स्वास्थ्य-शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगाना शामिल था।
बैठक में मई दिवस आयोजन समिति का स्थायी गठन कर भविष्य में संगठित संघर्ष की योजना बनाई गई। अध्यक्षता सुरेन्द्र सिंह रावत ने की और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संदेश था: “मेहनतकशों की आवाज बुलंद करें, एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ें!”
