हरिद्वार

हरिद्वार के चित्रकारों को मिला राष्ट्रीय सम्मान, लेखक गाँव में आयोजित कला प्रदर्शनी रही सफल

हरिद्वार: हरिद्वार के थानों में स्थित नवसृजित ‘लेखक गाँव’ में आयोजित स्पर्श गंगा महोत्सव -2024 के अंतर्गत आयोजित चित्रकला कार्यशाला व प्रदर्शनी ने प्रदेश के कला जगत में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। इस कार्यक्रम के अंतिम दिन सभी प्रतिभागी कलाकारों को केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी श्री चिदानंद मुनि जी महाराज तथा लेखक गाँव के परिकल्पनाकार डा. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हरिद्वार के कई प्रतिष्ठित चित्रकारों को सम्मानित किया गया, जिनमें शिक्षक दिवस राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त अशोक कुमार गुप्ता, सुभाष चन्द्रा, सुबोध कुमार, डा. प्रमोद कुलश्रेष्ठ, डा. पूजा पंवार, चित्रकार जय, संजय जायसवाल, मानसी नामदेव, वृंदा शर्मा, रवि तिवारी, सुदीक्षा सिंह, डा. पुष्पा रानी वर्मा तथा वरुण प्रजापति शामिल थे।
विशेष रूप से केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने डीपीएस, रानीपुर की छात्रा सुदीक्षा सिंह द्वारा बनाई गई तमिलनाडु की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वेलु नचियार के चित्र की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने से देश का भविष्य उज्ज्वल होगा।
इस प्रदर्शनी में हरिद्वार के अलावा देहरादून, पौड़ी, मुजफ्फरनगर, बड़ौत, ऋषिकेश आदि से बड़ी संख्या में कलाकारों ने अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी के संयोजक श्री अरुण कुमार पाठक और सह-संयोजक जाकिर हुसैन ने बताया कि इस कला प्रदर्शनी से प्रदेश की चित्रकला व कलाकारों को एक नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि लेखक गाँव में इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम अब नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।
लेखक गाँव में कला का संगम
लेखक गाँव में आयोजित इस कला प्रदर्शनी ने साबित कर दिया है कि कला और साहित्य का एक सुंदर समागम कैसे हो सकता है। इस कार्यक्रम ने न केवल स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान किया बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी हरिद्वार की कला का नाम रोशन किया है।
युवा प्रतिभाओं को मिला मंच
इस प्रदर्शनी में युवा कलाकारों की भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि कला के क्षेत्र में युवाओं में कितनी प्रतिभा है। सुदीक्षा सिंह की तरह कई युवा कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया।
कला और संस्कृति का उत्सव
यह कार्यक्रम केवल एक कला प्रदर्शनी नहीं बल्कि कला और संस्कृति का एक उत्सव था। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोगों ने कला के माध्यम से एक-दूसरे के करीब आने का मौका पाया।
लेखक गाँव का योगदान
लेखक गाँव ने कला और साहित्य के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इस कला प्रदर्शनी के माध्यम से लेखक गाँव ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह कला और साहित्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

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