ठोस कार्रवाई न होने पर कॉलोनी निवासियों ने कोर्ट का दरवाजा खट- खटने की चेतावनी दी
हरिद्वार- कनखल के गुरुबक्श विहार कॉलोनी में नियमों को ताक पर रखकर खोले गए नर्सिंग होम के खिलाफ लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। शिकायत के बाद कमेटी गठित हुई और करीब तीन बार सीलिंग के आदेश कर दिए गए, लेकिन कार्रवाई एक बार भी नहीं हुई। अब ठोस कार्रवाई न होने से लोगों में और ज्यादा आक्रोश पनप गया है। जल्द नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ कार्रवाई न होने पर कॉलोनी के लोगों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है।
स्थानीय निवासी अनिश अरोड़ा के साथ कॉलोनी के लोगों ने रविवार की दोपहर प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता की। अनीश अरोड़ा ने बताया कि कनखल के गुरुबक्श विहार में पूर्व में किरण सेठी की ओर से अवैध तरीके से नर्सिंग होम का निर्माण कराया गया है। नर्सिंग होम का नक्शा आवासीय में पास कराकर व्यावसायिक गतिविधि संचालित की जा रही है। पूर्व में इसकी शिकायत प्राधिकरण उपाध्यक्ष, सचिव से लेकर सीएमओ आदि से गई थी। लेकिन ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। बताया कि नर्सिंग होम की गंदगी सड़कों पर फैली रहती है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का अंदेशा बना रहता है। उन्होंने बताया कि 11 सितंबर को भी इस मामले को लेकर कालोनीवासियों ने प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया था। जिस पर प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने तत्काल स्थलीय निरीक्षण को टीम गठित की। वहीं 12 सितंबर को सचिव के आदेश पर दोबारा सीलिंग के आदेश पारित हुए। नर्सिंग होम को दस दिन के भीतर खाली करने को आदेशित किया गया। जिसकी मियाद 21 सितंबर को पूरी होने के बाद भी नर्सिंग होम का संचालन बदस्तूर जारी है। आरोप है कि नर्सिंग होम संचालक के पास इसके संचालन संबंधी मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अनुमति भी नहीं है। बताया कि जल्द इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही नहीं हुई तो कोर्ट जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। प्रेस वार्ता में चेतना अरोड़ा, रुचि गुप्ता, हर्षित चौहान, माधवी सैनी, पूनम, प्रतिभा सिंह, ममता, कान्ता, प्रिति शर्मा, शाया शर्मा, सुभाष चंद्र, विशाल रैना, अंशुल, नन्द राम सिंह, अनुज प्रधान, देव कुमार,साकित गुप्ता, विनोद सैनी आदि उपस्थित थे।