रामनगर: कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में बाघ के हमले की एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। ढिकुली क्षेत्र में लकड़ी बीनने गई 56 वर्षीय कौशल्या रावत पत्नी लक्ष्मण रावत को एक बाघ ने उठाकर ले गया। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और ग्रामीणों ने तलाशी अभियान चलाया और अंततः कौशल्या का शव बरामद किया गया।
इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय ग्रामीणों में बाघ के लगातार हो रहे हमलों को लेकर आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि बाघों के हमलों से क्षेत्र में दहशत का माहौल है और प्रशासन को इस समस्या पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
वन विभाग की कार्रवाई: वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया है और बाघ को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित की है। साथ ही, ग्रामीणों को जंगल में अकेले जाने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
ग्रामीणों की मांग: ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बाघ को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, मृतका के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
यह घटना एक बार फिर वन और मानव के बीच संघर्ष को उजागर कर रही है। कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान जैसा जैव विविधता से भरपूर क्षेत्र होने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए आजीविका का भी साधन है। ऐसे में वन विभाग को यह सुनिश्चित करना होगा कि वन्यजीव और मानव दोनों सुरक्षित रहें।
मुख्य बिंदु:
* कार्बेट पार्क में बाघ ने महिला को उठाया
* कौशल्या रावत का शव बरामद
* ग्रामीणों में आक्रोश
* वन विभाग की कार्रवाई
* ग्रामीणों की मांग
कार्बेट पार्क में बाघ का आतंक: कौशल्या रावत की मौत से ग्रामीण आक्रोशित
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