नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में सड़क हादसों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए. नितिन गडकरी ने बताया कि 2018 से 2022 के बीच देश में सड़क हादसों में 7 लाख 77 हजार 423 लोगों की मौत हुई है. वहीं परिवहन मंत्री की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक साल 2022 में देश में कुल 4 लाख 61 हजार 312 सड़क हादसे हुए हैं. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में पाई गई कमियों के लिए चार ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराने की बात कही.
संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. इस दौरान लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सांसदों की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब दिए. वहीं, केंद्रीय मंत्री ने सड़क हादसों का पूरा ब्योरा दिया. साथ ही उन्होंने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में पाई गई कमियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2018-2022 के बीच सड़क हादसों में 7,77,423 लोगों की जान गई है.
मरने वालों में 60 फीसदी लड़के और लड़कियां
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि साल 2022 में देश में कुल सड़क हादसों की संख्या 4 लाख 61 हजार 312 है. वहीं, 2022 में हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या है. जबकि 2022 में सड़क हादसों में 4 लाख 43 हजार 366 लोग घायल हुए हैं. सदन में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि यह स्थिति दुखद है और इसे रोकने के लिए समाज को भी सहयोग करना होगा.
गडकरी ने कहा, ‘यह कहते हुए दुख होता है कि कोशिश करने के बावजूद एक साल में 1.68 लाख मौतें हुई हैं. ये लोग दंगों में नहीं, बल्कि सड़क हादसों में मरे हैं.’ उन्होंने कहा कि मरने वालों में 60 फीसदी लड़के और लड़कियां हैं. मंत्री ने सांसदों से सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय सहयोग करने का आह्वान किया.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश की सबसे लंबी सड़क
साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में पाई गई खामियों के लिए चार ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराया गया है. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि आईआईटी-खड़गपुर और आईआईटी-गांधीनगर के विशेषज्ञों ने एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया और इसके निर्माण में खामियां पाईं.
गडकरी ने कहा, ‘हमने चार ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है और उन्हें काली सूची में डाल दिया जाएगा. इसके साथ ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’ उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश की सबसे लंबी सड़क है और इसका निर्माण सबसे कम समय में हुआ है.