हल्द्वानी: नैनीताल के पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने नशे के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही बरतने वाले 10 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इनमें छह चौकी प्रभारी भी शामिल हैं।
क्यों हुई कार्रवाई?
एसएसपी मीणा ने हाल ही में एक क्राइम बैठक आयोजित की थी, जिसमें उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन, इन 10 पुलिसकर्मियों ने निर्देशों का पालन नहीं किया और नशे के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
कौन-कौन हुए लाइन हाजिर?
लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों में हल्द्वानी कोतवाली में तैनात एसआई बबीता, एसआई श्याम सिंह बोरा के अलावा मेडिकल चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार, चौकी प्रभारी हीरानगर विजय कुमार, चौकी प्रभारी टीपी नगर जगदीप सिंह नेगी, चौकी प्रभारी मंडी भुवन सिंह राणा, भोटिया पड़ाव चौकी प्रभारी देवेंद्र सिंह राणा, चौकी प्रभारी कोटाबाग रमेश चंद्र पंत, कालाढूंगी एएनटीएफ के सिपाही अरविंद कार्की और नवीन कुमार शामिल हैं।
चार पुलिसकर्मियों को मिला सम्मान
एसएसपी ने एसएसआई लालकुआं दीपक बिष्ट, एसएसआई कोतवाली रामनगर मनोज नयाल, एसआई भीमताल गगनदीप और चौकी प्रभारी खेड़ा मनोज कुमार को नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सम्मानित किया।
एसएसपी का क्या कहना है?
एसएसपी पीएन मीणा ने कहा कि नैनीताल में नशे की समस्या गंभीर है और इसे खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो पुलिसकर्मी नशे के खिलाफ अच्छी कार्रवाई करेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा और जो लापरवाही करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाती है कि पुलिस प्रशासन नशे के खिलाफ लड़ाई में गंभीर है। यह भी दिखाती है कि पुलिस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।