देहरादून
चकराता के टाइगर फॉल में बड़ा हादसा: पेड़ गिरने से दो पर्यटकों की मौत, झरने में मची अफरातफरी
चकराता। देहरादून जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चकराता में सोमवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हो गया। प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध टाइगर फॉल में नहा रहे पर्यटकों पर अचानक एक भारी भरकम पेड़ गिर गया। इस हादसे में दिल्ली की महिला पर्यटक समेत दो लोगों की मौत हो गई, जबकि वहां मौजूद अन्य पर्यटक बाल-बाल बचे। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और झरने के आसपास अफरातफरी मच गई।
गर्मियों के इस मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक देशभर से उत्तराखंड की ठंडी वादियों का रुख कर रहे हैं। खासकर दिल्ली-एनसीआर से पर्यटक चकराता पहुंच रहे हैं, जहां प्राकृतिक झरनों, हरियाली और शांति का आनंद लिया जा रहा है। सोमवार को भी टाइगर फॉल में पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड़ थी। दोपहर करीब ढाई बजे कुछ पर्यटक झरने के नीचे नहा रहे थे, जबकि कई लोग आसपास बैठे हुए थे।
इसी दौरान अचानक झरने के ऊपरी हिस्से से एक विशालकाय पेड़ उखड़कर नीचे आ गिरा। यह पेड़ सीधे झरने में नहा रहे सात-आठ लोगों के बीच आ गिरा। हादसे में चकराता के सुजऊ गांव निवासी 48 वर्षीय गीताराम जोशी और दिल्ली के शिवाजी पार्क, शाहदरा निवासी 55 वर्षीय अलका आनंद पेड़ की चपेट में आ गए। बाकी पर्यटक किसी तरह जान बचाकर झरने से बाहर भागे।
घटना के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने राहत कार्य शुरू किया। पेड़ के नीचे दबे दोनों घायलों को बाहर निकालकर चकराता के अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने प्रशासन से झरने के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि पर्यटन स्थलों पर पेड़ों की नियमित जांच और रखरखाव होना चाहिए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। यह हादसा पर्यटक सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
