उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड में बादल फटने से तबाही, बागेश्वर जिले में 2 महिलाओं और रुद्रप्रयाग जिले में एक महिला की मौत, कई लापता
देहरादून। शुक्रवार सुबह बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील के पौंसारी गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई। मलबे की चपेट में आने से दो महिलाओं – बसंती देवी और बछुली देवी – की मौत हो गई। वहीं तीन ग्रामीण – रमेश चंद्र जोशी, गिरीश चंद्र और पूरन चंद्र – लापता हैं। डीएम आशीष भटनागर और विधायक सुरेश गढ़िया मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। क्षेत्र में संचार सुविधा ठप होने से बचाव कार्यों में दिक्कत आ रही है।
गुरुवार रात से कपकोट क्षेत्र में 100 एमएम से अधिक वर्षा दर्ज की गई। हरसीला-जगथाना मार्ग बैसानी से आगे पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। मालूखेत मैदान के पास सड़क का 20 मीटर हिस्सा बह गया। चचई में पंपिंग योजना बह गई और कई पैदल पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए। ग्राम सभा सुमटी में जमीन धंस गई जबकि ग्राम बैसानी में प्रेम सिंह पुत्र भगवत सिंह का मकान पूरी तरह जमींदोज हो गया। खेत-खलिहान भी मलबे से पट गए हैं।
अन्य जिलों में हालात
• रुद्रप्रयाग जिले के टेंडवाल गांव में मलबे में दबकर एक महिला की मौत हुई, वहीं 18-20 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
• चमोली जिले के देवाल ब्लॉक के मोपाटा गांव में बादल फटने से तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता हैं, जबकि विक्रम सिंह व उनकी पत्नी घायल हुए। इनके घर व गोशाला मलबे में दब गए हैं। 15-20 मवेशियों की भी मौत की आशंका है।
• टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव में बादल फटा, हालांकि यहां जनहानि की सूचना नहीं है।
• रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के छेनागाड़, बांगर आदि इलाकों में अतिवृष्टि से मकानों और खेतों को नुकसान हुआ है।
प्रशासन की चुनौती
लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद हैं, जिससे राहत दलों को प्रभावित गांवों तक पहुँचने में कठिनाई हो रही है। एसडीआरएफ और पुलिस टीमें मलबे में दबे लोगों की तलाश और घायलों को सुरक्षित निकालने में जुटी हैं।
निष्कर्ष
गुरुवार रात से जारी बारिश ने बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिलों में कहर ढाया है। अब तक चार मौतें हो चुकी हैं, दर्जनों लोग लापता और घायल हैं। सैकड़ों मवेशी, मकान और खेत भी मलबे में दब गए हैं। प्रशासन ने राहत-बचाव और पुनर्वास कार्य तेज कर दिए हैं।
