हरिद्वार
हरिद्वार में श्रीमद् भागवत कथा: देवी भवानी के मुख से आज से होगी ज्ञान गंगा की वर्षा
हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में श्री हरि कृपा फाउंडेशन द्वारा 24 नवंबर से भव्य श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव शुरू हो रहा है। कथा से सुख-समृद्धि और भारत-नेपाल सांस्कृतिक एकता का संदेश मिलेगा।
हरिद्वार। देवभूमि हरिद्वार की पवित्र धरा पर आस्था और भक्ति का महाकुंभ सजने जा रहा है। श्री हरि कृपा फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव का भव्य शुभारंभ 24 नवंबर, सोमवार से प्रेमनगर आश्रम में होने जा रहा है। इस पावन अवसर पर नेपाल की प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी भवानी अपने आशीषमयी वचनामृत से श्रद्धालुओं को सात दिनों तक ज्ञान गंगा का रसपान कराएंगी। इस आयोजन की भव्यता को लेकर भक्तों में अपार उत्साह है।
कथा से सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन
आयोजन के संस्थापक हरि कृष्ण महाराज ने पत्रकार वार्ता में भागवत कथा के महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा, “भागवत कथा का श्रवण जीवन को भवसागर से पार करने की शक्ति प्रदान करता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कथा के श्रवण से घर में सुख-समृद्धि, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, जिससे दुखों का नाश होता है। महाराज ने बताया कि यह कथा भारत और नेपाल की सांस्कृतिक एकता और भाईचारे के आध्यात्मिक संबंध को मजबूत करने का संदेश भी विश्वभर में प्रसारित करेगी।
युवा पीढ़ी के लिए अध्यात्म से जुड़ना आवश्यक
कथा वाचिका देवी भवानी ने इस अवसर पर युवा पीढ़ी को विशेष संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिकता से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। उनके अनुसार, “श्रीमद् भागवत कथा मन और मस्तिष्क की शुद्धि का सबसे उत्तम साधन है। इससे विचारों में दिव्यता आती है और जीवन में प्रगति के नए द्वार खुलते हैं।” उन्होंने बताया कि नेपाल और भारत के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में भक्तगण इस आध्यात्मिक आयोजन के लिए हरिद्वार पहुँच रहे हैं।
विशाल कलश यात्रा से होगा शुभारंभ
समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने जानकारी देते हुए बताया कि कथा का शुभारंभ 24 नवंबर को एक विशाल कलश यात्रा के साथ किया जाएगा। इस भव्य यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु महिलाएं, साधु-संत और भक्तगण वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सहभागिता करेंगे। यह कलश यात्रा भक्तिमय माहौल का निर्माण करेगी। इस भव्य आयोजन के आयोजक श्री हरि कृपा फाउंडेशन की पूरी टीम व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। सभी भक्तों से अनुरोध है कि वे कथा का श्रवण कर धर्म लाभ प्राप्त करें।
