पिथौरागढ़: उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा के लिए हेली सेवा 15 दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद है। रुद्राक्ष एविएशन कंपनी ने इस सेवा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
बर्फबारी की प्रतीक्षा: पहले यह सेवा 15 नवंबर से शुरू होने वाली थी, लेकिन पर्याप्त बर्फबारी न होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। कंपनी का मानना है कि बर्फबारी से पर्वतों की खूबसूरती और अधिक बढ़ जाएगी और श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिलेगा।
एमओयू साइन: रुद्राक्ष एविएशन ने चारधाम यात्रा के बाद इस सेवा को शुरू करने के लिए सरकार के साथ एक समझौता किया है। कंपनी का डबल इंजन एमआई 17 हेलीकॉप्टर हर रोज 18 श्रद्धालुओं को नैनी सैनी एयरपोर्ट से भगवान शिव के निवास स्थान के लिए ले जाएगा।
फिटनेस प्रमाणपत्र अनिवार्य: यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को कंपनी को अपना फिटनेस प्रमाणपत्र देना होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि यात्री उच्च ऊंचाई पर यात्रा करने के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
किराए में वृद्धि: पहले यात्रा का किराया 40 हजार रुपये प्रति व्यक्ति था, लेकिन अब सरकार और कंपनी की नई नीति के अनुसार यह बढ़कर 46 हजार रुपये प्रति व्यक्ति हो गया है। सरकार अभी भी 26 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही है।
श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी: यह सेवा उन श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है जो पैदल यात्रा करने में असमर्थ हैं। अब वे हेलीकॉप्टर से आसानी से आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर सकेंगे।
उत्तराखंड के लिए मील का पत्थर: यह परियोजना उत्तराखंड के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इससे राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी।