हरिद्वार- उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी और विधि प्रकोष्ठ के अध्य्क्ष डीके जोशी की सहमति से युवा नेता व उच्च न्यायालय उत्तराखंड के अधिवक्ता अभिषेक बहुगुणा को विधि प्रकोष्ठ का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्होंने वकीलों की सुरक्षा को लेकर उत्तराखंड सरकार से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग भी उठाई। अभिषेक बहुगुणा ने दल के अध्यक्ष एवं सम्पूर्ण कार्यकारणी का आभार व्यक्त किया।
वकीलों की सुरक्षा को एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो:- अभिषेक
इस अवसर पर अधिवक्ता अभिषेक बहुगुणा ने कहा पिछले काफी समय से देखा जा रहा है कि भाजपा एवं कांग्रेस के शासन में अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों में इजाफा होता जा रहा है। हाल ही में अधिवक्ताओ के विरुद्ध बढ़ते जा रहे मामलो को देखते हुए एवं वकीलों की हो रही नृशंस हत्या के मामलों ने एक बार फिर भारत में वकीलों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। हाल के वर्षों में भारत में वकीलों के खिलाफ अपराधों में अचानक वृद्धि हुई है। ऐसे कई उदाहरण हैं जो बताते हैं कि भारत में वकील कितने सुरक्षित हैं। ये अपराध पुलिस विभाग और प्रशासन की ओर से लापरवाह और ढीले रवैये को भी दर्शाते हैं। ऐसी घटनाओं के विरोध में उन्होंने चिंता प्रकट करते हुए उत्तराखंड राज्य सरकार को एक पत्र के माध्यम से वकीलों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए बने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की भी मांग की।
अधिवक्ता अभिषेक बहुगुणा ने कहा कि वकील कानून के शासन को बनाए रखने और न्याय सुनिश्चित करने में भूमिका निभाते हैं, वे आज हिंसा, उत्पीड़न और डराने-धमकाने का निशाना बन गए हैं। वकील न्याय के प्रशासन, मानवाधिकारों की रक्षा, लोकतंत्र और कानून के शासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अधिवक्ता अभिषेक बहुगुणा ने कहा कि वकील पुलिस और न्याय पालिका के बीच कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। जबकि पुलिस और न्यायपालिका के पास सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और विशेषाधिकार हैं, वकील जो कानून की अदालत में बहस करते हैं, उनके पास अभी भी आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध नहीं हैं इसलिए उत्तराखंड सरकार से वकीलों की सुरक्षा के संबंध में एक कानून बनाने का अनुरोध एक सकारात्मक मांग नही जिसे जल्द अमल में लाना आवश्यक है। इसलिए उत्तराखंड प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू हाेना जरूरी हो गया है। इसके लिए आंदालन शुरू किया जाएगा।