नैनीताल
रामनगर: बिहारी तप्पड़ में भारी विरोध के बीच 25 हेक्टेयर वन भूमि खाली, 52 मकानों पर चला बुलडोजर
रामनगर। तराई पश्चिम वन प्रभाग की रामनगर रेंज के पुछड़ी के बिहारी तप्पड़ इलाके में रविवार को वन विभाग ने बड़ा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। भारी विरोध और तीखी झड़पों के बावजूद, वन विभाग, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीम ने लगभग 25 हेक्टेयर वन भूमि को खाली करा लिया। इस दौरान ट्रेंचिंग ग्राउंड के आसपास बसे 52 कच्चे और पक्के मकानों पर बुलडोजर चलाया गया।
भारी बल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
एसडीएम प्रमोद कुमार ने मीडिया को बताया कि यह जमीन नगर पालिका को ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए आवंटित की गई थी, लेकिन इस पर 52 अतिक्रमणकारियों ने अवैध रूप से भवन बना लिए थे। उन्होंने बताया कि वन विभाग ने एक वर्ष पहले ही इन सभी कब्जाधारियों को नोटिस जारी किए थे और बार-बार मुनादी कराकर कब्जा हटाने को कहा गया था। जब लोगों ने स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया, तो रविवार को मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ कार्रवाई की गई। पूरे अतिक्रमण वाले क्षेत्र को 3 जोन और 9 सेक्टर में बांटकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
बेघर हुए लोगों का दर्द
कार्रवाई के दौरान कई जगहों पर लोगों की पुलिस-प्रशासन से तीखी झड़पें हुईं, लेकिन बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया गया। बुलडोजर चलते ही कई परिवार बेघर हो गए और रोते-बिलखते दिखे। एक पीड़ित महिला सीमा ने दर्द बताते हुए कहा कि वह अकेली कमाने वाली है, उनके पति बीमार हैं और उनके पास कहीं और जाने के लिए पैसे नहीं हैं। कुछ अन्य पीड़ितों ने दावा किया कि उन्होंने यह जमीन दो से तीन लाख रुपये में खरीदी थी। अधिकारियों का हालांकि दावा है कि अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
कुछ मामलों में कार्रवाई लंबित
एसडीएम ने आगे बताया कि रेंज के अपर कोसी ब्लॉक क्षेत्र में कुल 170 परिवारों को बेदखली के आदेश दिए गए थे, जिनमें से कई परिवार पहले ही स्वेच्छा से कब्जा छोड़ चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ परिवारों के मामले अभी भी न्यायालय में विचाराधीन हैं, और उन पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सरकारी और वन भूमि पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
