कमल जगाती
नैनीताल- उत्तराखण्ड के कुमाऊं की बेटी रेखा तिवारी ‘पावनी’ ने 15दिन के भीतर अफ्रीका की सबसे ऊंची माउंट किलीमंज़ारो और यूरोप की एल्ब्रस चोटी पर तिरंगा फहराया दिया। पावनी ने अब माउंट एवरेस्ट पर अपने कदम रखने का मन बनाया है।
अब पावनी ने माउंट एवरेस्ट पर अपने कदम रखने का मन बनाया है
दुनिया की सभी सात ऊँची चोटियों को फ़तह करने के मकसद से यू.एस.नगर में किच्छा के मल्ली देवरिया निवासी रेखा तिवारी ‘पावनी’ ने हाल ही में अफ़्रीका और यूरोप की सबसे ऊँची चोटियों पर तिरंगा फहरा दिया। पिछले 3 वर्षों से पावनी भवाली में रह रही है। रेखा उर्फ़ ‘पावनी’ ने बताया कि हिमांचल की ABVIM अकादमी से प्रशिक्षण लेने के बाद उन्होंने दुनिया के सारे ऊँचे पर्वतों को फ़तह करने की ठानी। पिछले दिनों अफ़्रीका की सबसे ऊँची किलीमंज़ारो चोटी(5895मीटर)पर तिरंगा फहराने की ख़ुशी और भी दुगनी हो गई क्योंकि उसी दिन भारत के चन्द्रयान3 ने चाँद की सतह पर तिरंगा फहराया था ।उसके दो दिन बाद वह रुस के लिये रवाना हो गई, क्योंकि उनको यूरोप की सबसे ऊँची चोटी एल्ब्रस(5642मीटर )पर भी तिरंगा फहराना था, जो अफ़्रीका की चोटी पर चढ़ने से अलग था। माइनस सात डिग्री सेल्सियस के तापमान और विषम परिस्थिति में माउण्ट एल्ब्रस की चोटी पर तिरंगा फ़हराना एक अलग गर्व दे गया। उन्होंने कहा कि ये ख़ुशी और भी दोगुनी हो गई जब भारत के आदित्य L-1 का भी सफल प्रक्षेपण हुआ। कंप्यूटर इंजिनियर पावनी ने नौकरी छोड़कर अपनी आध्यात्मिक और यौगिक यात्रा में अपनी उड़ान को पंख लगा दीए। पावनी दुबई की सैलिब्रिटी और उद्योगपति सारा बेलहासा की पर्सनल लाइफ कोच भी राह चुकी हैं। पावनी का मकसद भविष्य में दुनिया की सभी ऊँची चोटियों को फ़तह करना है, जिसमें माउंट एवरेस्ट भी शामिल है। पावनी ने बताया कि उन्होंने वर्षों से अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से एक नारा
‘Save earth, Save health’ का दिया है।