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भालू का आतंक: चमोली में महिला पर हमला, गंभीर रूप से घायल, AIIMS ऋषिकेश एयरलिफ्ट!
उत्तराखंड में भालू के हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ीं। चमोली के पाव गाँव में घास लेने गई रामेश्वरी देवी पर हमला। गंभीर हालत में AIIMS ऋषिकेश एयरलिफ्ट। वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी।
देहरादून। वन्यजीवों और इंसानों के बीच संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस साल अब तक भालू के हमले से राज्य में 4 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है, जबकि 44 लोग घायल हुए हैं। बुधवार को चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के पाव गाँव में एक और गंभीर घटना सामने आई, जहाँ घास के लिए जंगल गई एक महिला पर भालू ने घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में महिला का चेहरा बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया है।
पाव गाँव निवासी रामेश्वरी देवी (42) रोज की तरह बुधवार सुबह करीब 9 बजे जंगल में घास काटने गई थीं। आमतौर पर वह समूह में जाती थीं, लेकिन कल वह अकेली थीं। दोपहर से शाम होने तक जब वह घर नहीं लौटीं, तो परिजनों ने चिंता जताते हुए वन विभाग को सूचना दी। नागनाथ पोखरी रेंज अधिकारी नवलकिशोर नेगी के मार्गदर्शन में ग्रामीणों, वन विभाग और एसडीआरएफ ने खोजबीन शुरू की। अँधेरा बढ़ने के कारण सर्च ऑपरेशन रात में रोकना पड़ा।
गुरुवार तड़के दोबारा खोज अभियान शुरू किया गया, जहाँ टीम को जंगल में ऊपर जाने पर खून के धब्बे मिले। टीम जब उस दिशा में आगे बढ़ी, तो एक बड़े पेड़ के नीचे रामेश्वरी देवी को अर्ध-अचेत और लहूलुहान अवस्था में पाया गया। भालू ने उनके सिर पर गंभीर वार किए थे। ग्रामीणों के अनुसार, अचानक हुए हमले के दौरान महिला ने अपनी दरांती से बचाव का प्रयास किया, लेकिन वह खुद को बचा नहीं पाईं और घायल हालत में रातभर पेड़ के पीछे तड़पती रहीं। (उत्तराखंड में वन्यजीव संरक्षण और सुरक्षा नियमों के बारे में अधिक जानने के लिए यहाँ देखें: Uttarakhand Forest Department)
महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत एयरलिफ्ट कर AIIMS ऋषिकेश पहुंचाया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। ग्रामीणों का दावा है कि हाल के महीनों में क्षेत्र में भालू की गतिविधियाँ लगातार बढ़ी हैं और पहले भी एक महिला पर हमला हो चुका है। घटना के बाद वन विभाग की टीमें गाँव में पहुँच गई हैं और क्षेत्र में भालू की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही, ग्रामीणों को जंगल में समूह में जाने और सुरक्षा के प्रति लगातार जागरूक किया जा रहा है।
