विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और साधु संत जाएंगे देश के गांव-गांव, विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक का आज समापन
हरिद्वार। विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक का आज समापन होगा। प्रथम सत्र के बाद कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि समाज के जागरण के लिए, धर्मांतरण रोकने के लिए और लोगों की घर वापसी के लिए दीवाली से 15 दिन पहले और 15 दिन बाद विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और साधु संत देश के गांव-गांव में जाएंगे। यह साधु संत अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जन जातियों की बस्तियों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे।
बैठक के दौरान वीएचपी उपाध्यक्ष चंपत राय, मिलिंद परांडे, शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद, स्वामी चिदानंद मुनि, स्वामी विश्वेश्वरानंद, स्वामी हरिचेतनानंद, स्वामी जितेंद्रनंद समेत कई साधु-संत उपस्थित रहे।
विदेशी षडयंत्रो के शिकार लोगों ने की धर्म संसद
कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन कर हिंसा की बात की गई। दुनिया में इसकी चर्चा हुई। यह धर्म संसद हिंदुओं या उसके नेताओं ने नहीं की। यह संसद विदेशी षडयंत्रों के शिकार कुछ लोगों ने की। धर्म संसद की रिपोर्ट दुनिया में जारी कर कहा गया कि हिंदू और साधु संत ऐसा करते हैं। धर्म संसद में दिए गए विचार हिंदुओं के नहीं हैं।
आलोक कुमार कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में हिंदुओं के मंदिर सरकार चलाती है। कानून के अनुसार 12, 14 और 16 प्रतिशत मंदिर में आने वाले दान सरकार के प्रशासनिक खर्चे में जाता है। जिन मंदिरों में सीईओ है। वहां सीईओ की तनख्वाह, भत्ते, गाड़ी खर्च, ड्राइवर, पेट्रोल आदि का खर्चा मंदिर के खाते से जाता है। हमारा सरकार से कहना है कि सरकार मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरजाघर नहीं चलाती है तो मंदिरों को कब्जे में क्यों रखा हुआ है? इस पर भी बैठक में विचार मंथन करके कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा। बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमंत रविंद्र पुरी (महानिर्वाणी) शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान बैठक में बिना बैठे ही अखाड़ा परिषद अध्यक्ष लौट गए।