माध्यमिक स्तर पर पड़ा व्यापक असर
धानाचूली (नैनीताल)। राजकीय शिक्षक संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी के आह्वान होने वाले आन्दोलन के प्रथम चरण में 02 सितम्बर को 13 जनपदों के राजकीय इण्टर कॉलेजों/राजकीय बालिका इण्टर कॉलेजों/राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों/राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में चॉक डाउन का व्यापक असर देखने को मिला। वही गुरुजी तो उपस्थित रहे पर बच्चो की पढ़ाई चौपट रही। किसी भी माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में शिक्षण कार्य नहीं किया गया।
सोमवार को शिक्षक संघ का आन्दोलन प्रधानाचार्य सीधी विभागीय भर्ती के विरोध व शत प्रतिशत पदोन्नति द्वारा प्रधानाचार्य के पदों को भरे जाने को लेकर शुरू हो गया है। कुमाऊं मण्डल के सभी जिलों में भी चॉक डाउन रहा।राजकीय शिक्षक संघ कुमाऊँ मण्डल के अध्यक्ष गोकुल सिंह मर्तोलिया ने आंदोलन की रूपरेखा को बताते कहा आज यानि 2 सितंबर को विद्यालय में चौक डाउन, 05 सितम्बर “शिक्षक दिवस” पर काली पट्टी बाध कर प्रदर्शन , 06 सितंबर को जिला मुख्यालय में सभी शिक्षक अपने व्यक्तिगत अवकाश (सीएल) को लेकर जिला मुख्यालय में आंदोलन , 09 सितंबर को प्रांतीय और मंडल की समस्त कार्यकारिणी निदेशालय में धरना प्रदर्शन जबकि क्रमिक अनशन 10 सितंबर से शुरू होगा जिसमें पहले दिन जनपद देहरादून, नैनीताल, रुद्रप्रयाग के शिक्षकगण ,11 सितंबर को हरिद्वार, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, 12 सितंबर को टिहरी, चंपावत,
13 सितंबर को उधम सिंह नगर , पिथौरागढ़, चमोली वही14 सितंबर से आमरण अनशन शुरू होगा जिसमें
पौड़ी, बागेश्वर जिले के शिक्षक रहेंगे। शिक्षक संघ के आंदोलन का असर धारी, ओखलकांडा, रामगढ़, भीमताल सहित पूरे जिले के बच्चो की पढ़ाई पर देखने को मिला।
राशिसं का चाक डावन, बच्चों की पढ़ाई पड़ी ठप
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