बदायूं: बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज के टीबी वार्ड में भर्ती एक मरीज ने चौथी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जुनावई थाना क्षेत्र के गांव हथियावली निवासी सुभाष (30) पुत्र किशनलाल के रूप में हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण सुभाष ने यह कदम उठाया।
सुभाष को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। पूरी रात वह वार्ड में चिल्लाता रहा, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उसकी एक न सुनी। सुबह जब दूसरे डॉक्टर आए तो उन्होंने सुभाष को दवा दी और उसके पिता को दवा लेने के लिए भेज दिया। इसी दौरान सुभाष बेड से उठा और खिड़की के पास जाकर छलांग लगा दी। बगल के बेड पर मौजूद एक बुजुर्ग ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहा।
परिजनों का आरोप
सुभाष के पिता किशनलाल ने बताया कि रात 11 बजे से ही उनके बेटे की हालत बिगड़ने लगी थी। वह सांस लेने में काफी परेशान था। उन्होंने डॉक्टरों से कई बार गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। डॉक्टरों ने कहा कि सारे मरीज ऐसे ही हरकत करते हैं। सुभाष के पिता ने बताया कि उन्होंने बेटे को रेफर करने की बात कही तो डॉक्टरों ने कहा कि इस समय कहां लेकर जाओगे।
अस्पताल प्रशासन की जांच
अस्पताल प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीएमएस ने कहा कि यदि डॉक्टरों की लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मृतक के अंतिम शब्द
सुभाष ने छलांग लगाने से पहले अपने पड़ोसी बेड पर बैठे बुजुर्ग से कहा था, “ताऊ राम-राम, हम तो चले…”। यह उसके अंतिम शब्द थे।