आतंकी जगजीत सिंह और नौशाद के खुलासे से खुफिया एजेंसियों में हड़कंप
हल्द्वानी। खालिस्तानी टाइगर फोर्स से जुड़े आतंकी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा उर्फ याकूब उर्फ कप्तान और नौशाद अली ने हल्द्वानी जेल में देश को दहलाने की साजिश रखी थी। दोनों एक साल से अधिक समय हल्द्वानी जेल में एक ही बैरिक में रहे। वहीं उनकी दोस्ती हुई। इस खुलासे से खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मचा है। दोनों ही आंतकियों को 26 जनवरी से पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 14 जनवरी को गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकियों ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को उनकी हल्द्वानी जेल में पहली मुलाकात हुई थी।
संदिग्ध आतंकी 56 वर्षीय नौशाद मूल रूप से केवटी रनवे दरभंगा (बिहार) और हाल निवासी जहांगीरपुरी नार्थ ईस्ट (दिल्ली) का रहने वाला है। एक कारोबारी से रंगदारी, धमकी व जान से मारने के आरोप में एक जनवरी 2021 को हल्द्वानी जेल लाया गया। पांच मई 2022 को वह सजा पूरी कर बाहर आ गया।
जगजीत सिंह उर्फ जग्गा पुत्र गुरमेल सिंह निवासी कोपा, कापली गूलरभोज गदरपुर 29 नंवबर 2018 को हल्द्वानी जेल में आया। दो अप्रैल 2022 तक जेल में रहा। पैरोल पर बाहर आते ही वह फरार हो गया। उसके ऊपर हत्या, हत्या की साजिश, धोखाधड़ी समेत 11 धाराओं में प्राथमिकी है।
कतर से हवाला के जरिये आए आतंकी के खातों में लाखों रुपये
दिल्ली में आतंकी गतिविधि में गिरफ्तार गूलरभोज के जगजीत सिंह और नौशाद के पास कतर और बिहार से हवाला के जरिये छह लाख रुपये पहुंचे थे। इसकी पुष्टि ऊधमसिंह नगर पुलिस और खुफिया एजेंसियों के उसके परिजनों से पूछताछ में हुई है। पता चला कि जगजीत सिंह और नौशाद को टास्क पूरा करने के लिए हवाला के जरिये छह लाख रुपये बिहार और कतर से आए थे