हरिद्वार- उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ का ऋषिकुल गुरुकुल आयुर्वेद कॉलेज हरिद्वार मुख्य परिसर और हर्रावाला देहरादून के कार्मिकों ने संपूर्ण कार्य बहिष्कार किया। कार्य बहिष्कार के दौरान प्रदेश अध्यक्ष केके तिवारी ने कहा कि ऋषिकुल गुरुकुल आयुर्वेद कॉलेज 100 साल पुरानी संस्था है। इसके राजकीयकरण को लेकर बहुत से लोगों ने अपना बलिदान दिया है, किंतु अब विश्वविद्यालय के परिसर घोषित हो जाने के उपरांत यह संस्था लगातार गर्त में जा रही है। विश्वविद्यालय के कार्मिक पीड़ित हैं। विश्वविद्यालय में प्रत्येक 6 माह बाद आधिकारी बदल जाते हैं। कार्मिकों को कभी समय से वेतन नहीं मिलता है। जिससे कर्मचारियों को परेशान होना पड़ता है। उन्होंने शासन-प्रशासन से शीघ्र कर्मचारियों के वेतन भुगतान की मांग की है। इस अवसर पर प्रबल सिंह कोटवाल, प्रमोद कुमार, अमित कुमार, मनोज कुमार, दीपक, सतीश कुमार, संध्या रतूड़ी, बुगली देवी, नीमा, कैलाशी, बीना, ममता, सुधीर गोरखा, उपासना नीलम, जौहर सिंह, ईशा, दयाल सिंह, मनीष, कश्मीरी लाल, जगजीत सिंह, यशोदा रतूड़ी, अनुभा भट्ट, प्रवीन भारती, मीनाक्षी गॉड, नितिन, सुमित कुमार, नीलम, रश्मि बभुगुना, शोभा, शैलेश सेमवाल, प्रशासनिक अधिकारी मंजू पांडे, चंद्र कला आदि उपस्थित रहे।
आयुर्वेद कर्मचारियों का जारी रहा कार्य बहिष्कार
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