रामनगर। उत्तराखंड के रामनगर में बनी मजार में नया निर्माण करने से रोकने पर दो वन रक्षकों को पांच लोगों ने पीट दिया। आरोपित रसूखदार माने जा रहे हैं। यही वजह है कि पीडि़त वन रक्षकों की ओर से प्राथमिकी दर्ज करना तो दूर पुलिस ने तहरीर भी रिसीव नहीं की।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत वन रक्षक प्रमोद कुमार साथी वन रक्षक विपिन कुमार के साथ गश्त पर थे। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे कालूसैयद मजार पर लोहे के स्तंभ लगाकर नया निर्माण किया जा रहा था।
बताया जाता है कि वन क्षेत्राधिकारी के आदेश के अनुपालन में दोनों वन रक्षकों ने मौके पर पहुंचकर वहां मौजूद लोगों से लोहे के स्तंभ हटाने को कहा। इसके बाद शाम को गश्त से लौटते समय दोनों वन रक्षकों को मजार कमेटी से जुड़े पांच लोगों ने रोक लिया। वह निर्माण रोकने का विरोध करते हुए गालीगलौज पर उतर आए।
आरोप है कि उसमें से एक ने वनरक्षक प्रमोद कुमार का गला दबा दिया। वह किसी तरह वह छूटा तो मौजूद लोगों ने वन रक्षकों की पिटाई शुरू कर दी। वन रक्षकों को जातिसूचक शब्द कहने का भी आरोप है।
इस मामले में शाम को जिला उधमसिंह नगर के जसपुर कोतवाली में तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस ने तहरीर रिसीव नहीं की। मजार में नया निर्माण करने से रोकने पर मारपीट करने वाला विभागीय संरक्षण प्राप्त बताया जा रहा है। वनाधिकारियों की शह पर उसे वन क्षेत्र में काम भी मिला हुआ है। तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर के एसडीओ संदीप गिरी ने बताया कि मजार में खंभे लगाए जा रहे थे। वन रक्षकों से कुछ मामला हुआ था। उनकी ओर से तहरीर दी गई है।
रामनगर में बनी मजार में नया निर्माण करने से रोकने पर दो वन रक्षकों को पांच लोगों ने पीटा
By
Posted on