निगम के अपने परिसर में लगे हैं कूड़े के ढे़र, शहर को स्वच्छ रखने का किया जाता है दावा
चंद कदमों की दूरी पर है नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती का आवास
हरिद्वार- शहर को विकसित करने का कार्य करने वाले हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर कूड़े ढ़ेर लगा हुआ है। यह कूड़े का ढ़ेर नगर निगम के शहर को स्वच्छ रखने केे दावों की पोल खोल रहा है। प्राधिकरण का कार्यालय निगम से मात्र 20 मीटर की दूरी पर है, लेकिन बावजूद इसके कूड़े के ढे़र को नहीं हटाया जा रहा है। हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के कार्यालय में रोजाना सैकड़ो फरियादियों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन कार्यालय के बाहर लगे कूड़े के ढेर मुंह चिढ़ा रहे हैं। कूड़े के चलते दुर्गंध से विकास प्राधिकरण के अफसरों के साथ ही यहां आने वाले फरियादियों को भी दिक्कते उठानी पड़ रही हैं। शहर को स्वच्छ रखने का दावा करने वाले नगर निगम के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। मायापुर क्षेत्र में हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण और नगर निगम के कार्यालय के बीच मात्र 20 मीटर की दूरी है। रोजाना यहां अधिकारियों की आवाजाही लगी रहती है, लेकिन पिछले कुछ समय से हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के कार्यालय के ठीक बाहर कूड़े के अंबार लगे हुए हैं। काफी मात्रा में पड़ा कूड़ा लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रहा है। दुर्गंध के कारण हरिद्वार के विकास प्राधिकरण कार्यालय में आने वाले लोगों को मुंह पर हाथ रखकर आना जाना पड़ रहा है। ऐसे में संक्रामक बीमारियां फैलने का भी खतरा बना हुआ है, लेकिन हैरानी की बात नगर निगम के अधिकारी इस तरफ ध्यान देने को तैयार नहीं है। निगम अपने कार्यालय के पास ही सफाई नहीं कर पा रहा है तो फिर शहर के क्या हालात होंगे। नगर निगम के नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती का आवास भी चंद कदमों की दूरी पर ही निगम परिसर में ही है। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि जल्द ही कूड़े के ढे़र का साफ कराया जाएगा।