उच्च न्यायालय ने कोतवाली पुलिस को सुरक्षा के आदेश दिए थे
रुड़की। परिवार के मर्जी के खिलाफ शादी करने पर युवती को मायके में ही बंधक बना लिया। स्वजन ने उसे ससुराल नहीं जाने दिया। पति की शिकायत पर पुलिस ने उसे ससुराल भिजवाया। इसके बाद ही मामला निपटा।
मंगलौर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक युवती ने ढंडेरा निवासी युवक से कुछ दिन पहले शादी की थी। दोनों अलग-अलग जाति के हैं। युवती पक्ष के लोग इस शादी के खिलाफ थे। पत्नी के मायके पक्ष के तेवर देख युगल ने उच्च न्यायालय से सुरक्षा की मांग की थी।
उच्च न्यायालय ने कोतवाली पुलिस को सुरक्षा के आदेश दिए थे। इसी बीच मायके पक्ष ने युगल से कहा कि उन्हें शादी से कोई दिक्कत नहीं है। वह इस रिश्ते को अपनाना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने युवती को मिलने के लिए घर बुला लिया। स्वजन ने युवती को एक-दो दिन रुकने के लिए कहा। जिस पर युवती अपने मायके में रुक गई।
जब उसने ससुराल जाने की बात कहीं तो मायके पक्ष ने भेजने से इन्कार कर दिया और घर से निकलने पर रोक लगा दी। युवती ने यह बात फोन पर अपने पति को बताई। जिसके बाद पति ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की। पति की शिकायत पर कोतवाली पुलिस की टीम वहां पहुंची और युवती को ले गई। पुलिस ने युवती को उसके पति की सुपुर्दगी में दिया है। साथ ही, मायके पक्ष को उच्च न्यायालय के आदेशों की अवेहलना करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
रुड़की में परिवार के मर्जी के खिलाफ शादी करने पर युवती को मायके में ही बंधक बनाया
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