गांव में नशे पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की तैयारी, ग्रामीण बोले बच्चों को दिए गए पैसे का हिसाब भी मांगें
देहरादून। कालसी में नशे के विरुद्ध हुई महापंचायत के बाद गांव-गांव में खुमड़ी (बैठक) हो रही हैं। जिसमें नशे का सामान बेचने और नशा करने वालों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है। इसी क्रम में मझगांव व बजऊ गांव में बैठक आयोजित कर नशे का सामान बेचने और नशा करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कराने के साथ ही अर्थदंड लगाया जाएगा।
शनिवार को कालसी तहसील के ग्राम बजऊ में ग्रामीणों की बैठक आयोजित हुई। इसमें ग्रामीणों ने स्मैक, भांग, धतुरा, चरस आदि नशे की युवाओं में बढ़ती लत को लेकर चिंता जताई। ग्रामीणों ने नशे की समस्या पर चर्चा करते हुए कड़े फैसले लिए। सर्वसम्मति के आधार पर ग्रामीणों ने फैसला लिया कि गांव में नशे का सामान बेचने और नशा करने वाले व्यक्ति पर एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया जाएगा। ग्रामीणों ने नशा करने वाले की सूचना देने वाले व्यक्ति को भी इसी अर्थदंड में से 10 हजार रुपये का इनाम देने का फैसला लिया। कहा यदि कोई व्यक्ति लगाए गए अर्थदंड देने से इन्कार करेगा तो उसका पूरा गांव एकमत होकर सामाजिक बहिष्कार करेगा।
बैठक में सूरत सिंह, गंभीर सिंह, कृपाल, सियाराम, वीरेंद्र सिंह, रोहित चौहान, शूरवीर सिंह, राजेंद्र सिंह, रमेश सिंह, रोबिन चौहान, शुभम चौहान, ऋषभ कुमार, विक्रम सिंह,भगतू दास, शमशेर सिंह, मुन्ना, डोडूदास, बारू आदि समेत भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
शनिवार को चकरात तहसील के मझगांव में नशे के खिलाफ ग्रामीणों की बैठक हुई। इसमें ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से तय किया कि गांव में किसी बाहरी व्यक्ति को आने नहीं दिया जाएगा। साथ ही अभिभावकों को सचेत किया कि वे जो धनराशि अपने बच्चों को देते हैं, उसका विवरण उनसे जरूर पूछें। उन्होंने कहा की युवा स्वजन से कार्य करने का हवाला लेकर पैसे ले जाते हैं और फिर उस रुपये का दुरुपयोग करते हैं। इस पर सख्त नजर रखी जाए। इस दौरान स्याणा श्याम जोशी, अनिल, अतर सिह, सुरेश प्रसाद थपलियाल, रवि जोशी, खजाना सिंह, साधुराम जोशी, बलबीर आदि शामिल थे।
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