2500 श्रद्धालु यात्रा मार्गों में फंसे, बचाव दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड रखने के निर्देश
देहरादून। अतिवृष्टि के कारण राज्य में उत्पन्न आपदा की स्थिति को देख सरकार ने सतर्कता बरतते हुए चारधाम यात्रा को मंगलवार तक स्थगित कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में स्थिति की समीक्षा करते हुए इसके निर्देश दिए। इस पर शासन ने तत्काल ही सोमवार व मंगलवार को यात्रा स्थगित करने के आदेश जारी कर दिए।
2500 श्रद्धालुओं को यात्रा मार्गों के विभिन्न पड़ावों पर रोका गया है। इनमें बदरीनाथ मार्ग पर 1500 और केदारनाथ व मध्यमेश्वर मार्ग पर लगभग एक हजार यात्री शामिल हैं। संबंधित जिलाधिकारियों को श्रद्धालुओं के लिए उपयुक्त स्थानों पर अस्थायी व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं।
निरंतर हो रही बारिश को देखते हुए वर्तमान में चार धाम में यात्रियों का प्रवाह पिछले कुछ दिनों से कम है, लेकिन पिछले 24 घंटों में नदी-नालों से हो रहे भू-कटाव और जगह-जगह भूस्खलन के कारण यातायात बाधित होने से यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार सुबह अपने शासकीय आवास में उच्चाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए दो दिन (सोमवार व मंगलवार) को चारधाम यात्रा स्थगित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों की जानकारी ली। साथ ही सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला प्रशासन और राहत व बचाव कार्य में लगे दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने पौड़ी समेत अन्य जिलों में आपदा में मृत व्यक्तियों की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जहां भी अतिवृष्टि से क्षति हो रही है, वहां प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि यथाशीघ्र उपलब्ध कराया जाए।