अल्मोड़ा/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़
न्यायपूर्ण समाज के लिए धूमधाम से मनाया जायेगा मई दिवस
अल्मोड़ा। वैश्वीकरण, उदारीकरण और निजीकरण के दौर में दुनिया भर के कामगारों ने मई दिवस के माध्यम से स्वतंत्रता, समानता, भाईचारे और मानवीय गरिमा के अधिकारों के सपने देखे थे। मगर आज पूंजीपतियों और कॉरपोरेट समर्थक सरकारों द्वारा इन सपनों को कुचलने का प्रयास हो रहा है। देश में सामाजिक असमानता, बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है, वहीं सरकारी नौकरियों का तेजी से क्षरण हो रहा है। इसके स्थान पर ठेकेदारी और संविदा आधारित अस्थाई नौकरियों ने युवाओं का भविष्य असुरक्षित कर दिया है।
विद्यालयों, अस्पतालों और विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं में कार्यरत शिक्षित-प्रशिक्षित कर्मियों को न न्यूनतम वेतन मिल रहा है, न ही श्रम कानूनों का संरक्षण। विडंबना यह है कि जहां सैनिकों और कर्मचारियों की पेंशन योजनाएं समाप्त कर दी गईं, वहीं जनप्रतिनिधि अपने वेतन व पेंशन में लगातार बढ़ोतरी कर रहे हैं।
उत्तराखंड जैसे हिमालयी क्षेत्रों में खेती-किसानी के पतन, प्राकृतिक संसाधनों की लूट और शिक्षा-स्वास्थ्य के बाजारीकरण ने रोजगार और व्यापार पर गंभीर प्रभाव डाला है। इन परिस्थितियों में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस एक ऐसा अवसर है जो स्थानीय समस्याओं को वैश्विक चेतना से जोड़ता है।
इन्हीं मुद्दों पर चर्चा और समाधान की तलाश के लिए “मई दिवस आयोजन समिति अल्मोड़ा” ने 1 मई 2025 को गांधी पार्क अल्मोड़ा में दोपहर 2:30 बजे मई दिवस मनाने का निर्णय लिया है। समिति ने सभी ट्रेड यूनियन, कर्मचारी, छात्र, युवा, महिलाएं, व्यापारी संगठन और पत्रकार साथियों से पहचान व बैनरों के साथ शामिल होने की अपील की है।
मई दिवस आयोजन समिति अल्मोड़ा
संपर्क: चंद्र मणि भट्ट, मनीष वर्मा, पी सी तिवारी, सुनीता तिवारी, ममता बिष्ट, रमेश जोशी, जीवन सिंह कनवाल, भावना पांडे, व अन्य साथी।
