दूरबीन से हुई शरारती बंदर की तलाश, झाड़ी में मिला आमा का पर्स, रुपये सुरक्षित देख आमा के छलके खुशी के आंसू
नैनीताल। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर सुयालबाड़ी में बैंक से 11 हजार रुपये निकालकर लौट रही आमा से लूट हो गई। लूट किसी इंसान नहीं बल्कि शरारती बंदर ने कर दी। बंदर की तलाश दूरबीन से की गई। आखिर 4 दिन बाद बंदर तो नहीं मिला, लेकिन आमा का पर्स एक झाड़ी के पास मिल गया। पर्स में रखे 11 हजार रुपये सुरक्षित देखकर आमा का खुशी का ठिकाना न रहा।
दरअसल, गांवों में बंदरों का आतंक है। बंदर घर के अंदर से तक खाने का सामान उठाकर ले जाते हैं। इतना ही नहीं फ्रीज खोलकर फल निकालकर ले जाते हैं। अब आमा के साथ बंदर द्वारा लूट की घटना से सभी को हैरान कर दिया। हाईवे से सटे रामगढ़ ब्लाक के सिरसा गांव निवासी बुजुर्ग देवकी देवी सुयालबाड़ी स्थित बैंक से पैसे निकालकर गांव की ओर लौट रही थीं। रास्ते में बंदरों के झुंड ने घेर लिया। आमा के शोर मचाने पर बंदरों के झुंड चला गया। लेकिन एक शरारती बंदर ने आमा के हाथ से थैला छीन लिया। थैले में रखे पर्स में 11 हजार रुपये भी थे। आमा ने ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। ऐसे में थैले और पर्स की खोजबीन शुरू हो गई।
आमा की मदद के लिए गांव के लोग बंदर को ढूंढने लगे। अल्मोड़ा निवासी सुनील गोस्वामी ने दूरबीन से पहाड़ी में बंदर को खोजने लगे। करीब सौ मीटर ऊपर तीखी पहाड़ी पर थैला नजर आया। स्थानीय बालमुकुंद जीना व रमेश बिष्ट ने पहाड़ी पर चढ़ थैला वापस बाजार तक पहुंचाया। आमा को सूचना दी गई। गांव से बुलाकर पर्स में रखी धनराशि आमा को लौटाई तो उनकी आंखें भर आईं। आमा ने ग्रामीणों का आभार जताया।