नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में पर्यटकों को गुमराह करने और पर्यटन व्यवसाय को नुकसान पहुंचाने वाले अवैध गाइडों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। नगर पालिका ने इस संबंध में कई कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है।
क्या है मामला?
नैनीताल में पालिका द्वारा जारी 35 लाइसेंसों के बावजूद सैकड़ों लोग बिना लाइसेंस के पर्यटकों को गाइड कर रहे हैं। इन अवैध गाइडों के कारण न केवल पर्यटकों को ठगा जाता है बल्कि शहर की छवि भी धूमिल होती है।
पालिका के कदम
इस समस्या के समाधान के लिए नगर पालिका ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
* आईडी कार्ड और ड्रेस कोड अनिवार्य: सभी लाइसेंसी गाइडों को आईडी कार्ड और ड्रेस कोड पहनना अनिवार्य होगा।
* नए लाइसेंस: गाइडिंग के लिए 15 नए लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
* नशे में गाइडिंग पर रोक: नशे में पर्यटकों को गाइड करने वालों का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
* नियमित जांच: पालिका नियमित रूप से गाइडों की जांच करेगी।
सभी पक्षों की सहमति
शुक्रवार को हुई बैठक में पर्यटन विभाग, होटल एसोसिएशन, व्यापार मंडल और पर्यटन विभाग के प्रतिनिधियों के साथ-साथ लगभग 25 गाइडों ने भी भाग लिया। सभी ने पालिका के फैसलों का स्वागत किया और अवैध गाइडिंग पर रोक लगाने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।
क्या होगा फायदा?
पालिका के इन कदमों से नैनीताल में पर्यटन व्यवसाय को काफी फायदा होगा। पर्यटक अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे और उन्हें सही जानकारी मिलेगी। साथ ही, अवैध गतिविधियों पर भी लगाम लगेगी।
बैठक में कौन-कौन मौजूद रहा?
बैठक में होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट, महासचिव वेद साह, मल्लीताल व्यापार मंडल महासचिव त्रिभुवन फत्याल, भाजपा नगर महामंत्री मोहित साह, तल्लीताल व्यापार मंडल के अध्यक्ष मारुति नंदन साह, मां नयना देवी व्यापार मंडल के अध्यक्ष पुनीत टंडन, पालिका कार्यालय अधीक्षक शिवराज नेगी, पर्यटन विभाग के प्रताप सिंह मनराल सहित अन्य मौजूद रहे।
नैनीताल: अवैध गाइडिंग पर शिकंजा कसने की तैयारी, पर्यटन व्यवसाय को मिलेगी राहत
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