आंदोलनकारियों ने अस्पताल के चिकित्सकों को लापरवाही से बाज आने को कहा
कमल जगाती
नैनीताल- ब्लॉगर, फोटोग्राफर, ट्रैकर और फ़ोटो जर्नलिस्ट अमित साह की मौत पर ‘जस्टिस फ़ॉर अमित'(न्याय दो)की मांग को लेकर, आंदोलनकारियों ने कैंडल जलाई और दो मिनट का मौन रखा। आन्दोलनरत लोगों ने अपने स्वास्थ्य की फिक्र करते हुए अस्पताल के चिकित्सकों को लापरवाही से बाज आने को कहा।
नैनीताल के बी.एम.साह ओपन थियेटर में आज शाम अमित साह के रिश्तेदार, दोस्त, प्रशंसक और आम लोग एकत्रित हुए। उन्होंने हाथों में मोमबत्ती लेकर अमित के साथ बिताए पलों को याद किया। कुछ वक्ताओं ने अस्पताल में सही उपचार की कमी से मरे बीमारों की घटनाएं बताई। सभी ने एक आवाज में एकजुट होकर लापरवाह और भ्रष्ट अस्पताल सिस्टम के खिलाफ लड़ने का मन बनाया। कैंडल जलाने पहुंचे लोगों की आंखों में आंसू थे और उन्होंने एक दूसरे को दिलासा दिलाई। लोग, जस्टिस फ़ॉर अमित साह लिखे पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे थे। आन्दोलनरत लोगों ने बताया कि उन्होंने बुधवार को अस्पताल में कैंडल जलाई थी, लेकिन बीमारों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए आज ओपन थियेटर में दो मिनट का मौन रखकर और कैंडल जलाकर न्याय की मांग की। बताया गया कि शुक्रवार शाम 6 बजे एक बार फिर इसी तरह का आयोजन किया जाएगा और जांच के तीन दिन पूरे होने के बाद न्याय न मिलने पर आगे की रणनीति तय करेंगे।
इस दौरान हिमानी साह, काजल, भारती साह, अदिति खुराना, अनमोल नेगी, राजीव नागिया, मारुति साह, रानी, विनीता, शालिनी, रेनुका, मीनू, सुनीता सैम्युल हक, गज़ाला कमाल, रवि फ़रतीयाल, अजय पाल, मदन मेहरा, अजय पवार, अभय साह, रोहित वर्मा, किशन, गर्वित, युवराज, रमा साह, बीना रावत, रोहित जोशी, जुनैद, पवन कुमार, मंनोज जगाती, सौरभ रावत, समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे।