पिथौरागढ़, 15 नवंबर: सीमांत जिले पिथौरागढ़ में आयोजित प्रादेशिक सेना भर्ती रैली में देश की बढ़ती बेरोजगारी का एक दर्पण दिखाई दे रहा है। विभिन्न राज्यों से हजारों युवा रोजगार की तलाश में यहां पहुंच रहे हैं।
मध्य कमान के अंतर्गत आने वाले राज्यों जैसे ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड के युवा 12 से 27 नवंबर तक पिथौरागढ़ मिलिट्री स्टेशन में आयोजित भर्ती रैली में भाग ले रहे हैं। इन पदों पर इन्फैंट्री बटालियन (टीए) कुमाऊं, 153 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) डोगरा और 151 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) जाट में सैनिक (क्लर्क), सैनिक (कुक) और अन्य तकनीकी पदों पर भर्तियां की जा रही हैं।
हजारों युवाओं की भीड़:
आश्चर्यजनक रूप से, इन पदों के लिए सिर्फ 8वीं, 10वीं और 12वीं पास युवाओं की ही पात्रता रखी गई है, फिर भी स्नातक और परास्नातक डिग्री धारक युवा भी भारी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं। कई युवा पहले भी कई बार भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो चुके हैं। बुधवार को अकेले उत्तर प्रदेश से 20,000 से अधिक युवा भर्ती रैली में भाग लेने पहुंचे।
बेरोजगारी की गंभीरता:
यह स्थिति देश में व्याप्त बेरोजगारी की गंभीरता को दर्शाती है। युवा रोजगार के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और सेना में भर्ती को एक बेहतर विकल्प मान रहे हैं।
सरकार के लिए चुनौती:
यह स्थिति सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।