धरना-प्रदर्शन-आंदोलन
सीएचसी पदमपुरी में अव्यवस्थाओं को लेकर धरना जारी
, शराब की दुकान हटाने सहित अनेक मांगों पर कार्रवाई की मांग
जिलाधिकारी को एसडीएम के माध्यम से भेजा ज्ञापन,
मागे पूरी नही होने तक धरना जारी
धानाचूली(नैनीताल)। धारी विकासखंड के पदमपुरी में सड़क, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और बाजार में स्थित देशी मंदिर शराब की दुकान हटाने की मांग को लेकर चल रहा धरना पांचवें दिन भी जारी रहा। सामाजिक कार्यकर्ता चंदन लोधियाल के नेतृत्व में क्षेत्रवासी, जनप्रतिनिधि और युवाओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) परिसर के बगल में शांतिपूर्ण धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की।
धरनारत लोगों ने जिलाधिकारी नैनीताल को उपजिलाधिकारी के माध्यम से पत्र सौंपकर सीएचसी पदमपुरी में तत्काल व्यापक सुधार की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि क्षेत्र का यह एकमात्र अस्पताल है, जिसे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी ने स्थापित कराया था, लेकिन आज अस्पताल में इलाज के नाम पर अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें में
अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, हड्डी रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, कुशल फिजिशियन की नियुक्ति,एमआरआई, सीटी स्कैन, एंबुलेंस, पानी-बिजली और शौचालय की समुचित व्यवस्था ,अस्पताल के उच्चीकरण, सफाई कर्मचारी की तैनाती और जन औषधि केंद्र की स्थापना शामिल है।
वही पदमपुरी बाजार में स्थित शराब की दुकान का तत्काल स्थानांतरण करने की मांग उठाई है।
ग्रामीणों का कहना है कि शराब की दुकान के ठीक पास पीएनबी बैंक, बाल विकास परियोजना कार्यालय, प्राथमिक विद्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री एन.डी. तिवारी की प्रतिमा स्थित है, जिससे सामाजिक वातावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए दुकान को वर्तमान स्थान से हटाना आवश्यक है।
धरने में सामाजिक कार्यकर्ता चंदन लोधियाल, जिला पंचायत सदस्य दीप सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान मझेड़ा व पोखराड़, क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं कई युवा और ग्रामीण मौजूद रहे।
धरनाकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है अस्पताल की अव्यवस्थाओं के समाधान और शराब की दुकान हटाने पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे उग्र आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति की जिम्मेदारी जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की होगी।
फ़ोटो। पदमपुरी पीएससी अस्पताल के पास धरने में बैठे युवा।
