सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के प्रति किया जाएगा जागरुक
हल्द्वानी। सड़क सुरक्षा एवं यातायात जागरुकता के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हर वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। इस वर्ष 11 से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा। जिसकी थीम स्वच्छता पखवाड़ा है।
सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित विभाग, स्टैकहोल्डर्स और परिवहन
विभाग,स्वास्थय विभाग, सूचना एवं प्रसारण विभाग, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग अन्य गैर सरकारी समूहों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के प्रति जागरुक करेंगे।
सड़क सुरक्षा माह की तर्ज पर निम्न निर्देश दिए गए
– यातायात जागरुकता सम्बन्धी पम्पलेट,बोर्ड/हॉर्डिंग आदि को चस्पा करना।
– नगर निगम के वाहन में लगे V.M.D.(Video Messaging display) के माध्यम से ट्रैफिक वीडियों एवं जागरुकता प्रस्तुति।
– सोशल मीडिया के माध्यम से यातायात जागरुकता ग्राफिक्स,वीडियों मैसेज आदि का प्रचार एवं प्रसार।
– सिनीयर सिटिजन के माध्यम से यातायात जागरुकता संदेश।
– नगर के प्रवेश द्वार पर V.M.D. के माध्यम से यातायात जागरुकता मैसेज एवं वीडियों आदि का प्रचार-प्रसार।
– ग्रामीण क्षेत्रों में मेले आदि में यातायात जागरुकता कार्यक्रम ।
– सड़क दुर्घटना में मदद करने वाले Good Samaritan को पुरस्कृत करना एवं प्रशस्ति/सम्मान देना।
– MAD(NGO) के माध्यम से नगर के क्षेत्रान्तर्गत दीवारों पर यातायात
जागरुकता हेतु यातायात के विभिन्न स्लोगन/सड़क चिन्ह आदि का चित्रण।
– ट्रक/बस/टैक्सी चालकों आदि के यूनियन के साथ गोष्ठी कर यातायात जागरुकता कार्यक्रम ।
– सड़क दुर्घटना में घायलों की सुरक्षा हेतु First Aid की जानकारी देने वाले प्रोग्राम ।
Uttarakhand Police App में Traffic Eyes का विभिन्न माध्यमों से प्रचार- प्रसार।
– स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा जागरुकता हेतु Online Competition
यातायात निबन्ध प्रतियोगिता,स्लोगन प्रतियोगिता, पेंटिग प्रतियोगिता आदि।
– परिवहन विभाग एवं स्वास्थय विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर ट्रक/बस/टैक्सी चालकों का नेत्र परीक्षण/स्वास्थय परीक्षण करवाना।
– डी0एल0 निरस्तीकरण सम्बन्धी मामलों की जानकारी एवं मोटरवाहन अधिनियम के
अन्तर्गत प्रशमन शुल्क की जानकारी का प्रचार- प्रसार।
– सप्ताह के दौरान जूनियर ट्रैफिक फोर्स/ट्रैफिक वालिंटियर का सहयोग लिया जाना एवं इन दोनों का संख्या में वृद्वि किया जाना ।
