अब तक 64 आरोपी गिरफ्तार, फरार आरोपितों पर घोषित होगा इनाम
देहरादून। उत्तराखंड में अब नकल माफियाओं के खिलाफ नकेल कसनी शुरू हो गई है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के पेपर लीक प्रकरण में उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने 12 नकल माफिया की 17.49 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त कर ली है।
इनके अलावा 12 अन्य आरोपितों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी चल रही है। उनकी संपत्ति का आकलन किया जा रहा है। सबसे अधिक संपत्ति आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशंस प्रा.लि. के मालिक राजेश चौहान की बताई जा रही है। हालांकि, उसकी पूरी संपत्ति का अब तक आकलन नहीं हो पाया है।
पेपर लीक प्रकरण में दिसंबर 2022 के दौरान एसटीएफ ने 24 नकल माफिया के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई शुरू की थी। कार्रवाई में उन्हीं आरोपितों को शामिल किया गया, जिनका पेपर लीक करने में सीधा हाथ था। इन 24 आरोपितों ने प्रिंटिंग प्रेस व यूकेएसएसएससी से पेपर लीक कर अभ्यर्थियों को बेचा और करोड़ों रुपये अर्जित किए। इनमें से नकल माफिया हाकम सिंह की कुछ संपत्ति को ध्वस्त भी किया जा चुका है।
पेपर लीक करने में कुछ और आरोपितों का नाम सामने आया है, जो लंबे समय से फरार चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि एसटीएफ इन आरोपितों की तलाश में लंबे समय से दबिश दे रही है, लेकिन उनका कहीं पता नहीं लग पाया। ऐसे में एसटीएफ जल्द ही उन पर इनाम घोषित करने जा रही है।
यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में 22 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद एसटीएफ ने 24 जुलाई 2022 से गिरफ्तारियों का दौर शुरू किया।
पेपर लीक प्रकरण में 64 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि कुछ अब भी रडार पर हैं, जिनकी तलाश में एसटीएफ दबिश दे रही है। आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि पेपर लीक की यह चेन लखनऊ से शुरू हुई और धामपुर होते हुए उत्तरकाशी तक जा पहुंची।