राज्य की 7795 ग्राम पंचायतों के 15983 गांवों में स्थित मठ-मंदिरों के परिसरों, घाटों, जलस्रोतों व नदियों में विशेष स्वच्छता अभियान
देहरादून। अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए देवभूमि उत्तराखंड में प्रदेश सरकार इन दिनों सांस्कृतिक उत्सव मना रही है। धार्मिक स्थलों, घाटों, सार्वजनिक स्थलों में स्वच्छता अभियान को भी इस उत्सव का हिस्सा बनाया गया है।
राज्य की 7795 ग्राम पंचायतों के 15983 गांवों में स्थित मठ-मंदिरों के परिसरों, घाटों, जलस्रोतों व नदियों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। शासन से मिले निर्देशों के बाद पंचायती राज विभाग ने सभी ग्राम पंचायतों के लिए सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर समूची देवभूमि में उत्साह का वातावरण है। विश्व हिंदू परिषद समेत तमाम संगठन घर-घर जाकर अयोध्या में पूजित अक्षत, श्रीराम मंदिर का चित्र और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से संबंधित पत्रक वितरित कर रहे हैं। सभी शहरों व प्रमुख स्थानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सरकार भी इसमें भागीदारी कर रही है।
मकर संक्रांति से राज्य में सांस्कृतिक उत्सव शुरू हुआ है, जो 22 जनवरी तक चलेगा। सभी विभाग इसमें भागीदारी कर रहे हैं। यही नहीं, राज्य में 21 जनवरी तक स्वच्छता अभियान भी संचालित किया जा रहा है, जो सांस्कृतिक उत्सव का ही हिस्सा है। नगर निकायों में इसकी शुरुआत हो चुकी है।
इसी कड़ी में गांवों में स्थित मठ-मंदिरों के परिसर समेत अन्य स्थानों पर स्वच्छता अभियान जोर-शोर से संचालित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। राज्य के 15983 गांवों में से प्रत्येक में औसतन दो छोटे-बड़े मठ, मंदिर हैं। इन मंदिरों के परिसरों को साफ-सुथरा बनाने के साथ ही इन्हें जोडऩे वाले रास्तों, जलस्रोतों व नदियों में भी स्वच्छता अभियान चलना है।
अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा, उत्तराखंड में उत्साह का माहौल
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