अल्मोड़ा। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंदन राम दास के निधन के बाद रिक्त हुई बागेश्वर विधानसभा की सुरक्षित सीट पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी तिवारी ने कहा कि बागेश्वर का उप चुनाव उत्तराखंड को एक नया संदेश देगा। हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर लोगों को बांटने व असल मुद्दों से ध्यान भटकाने वालों को बागेश्वर की जनता आगामी 5 सितंबर को अपने वोट की ताकत से सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि बागेश्वर उप चुनाव प्रदेश की तमाम संघर्षशील ताकतों को वापस लाने का एक मौका है। जिससे उत्तराखंडी अस्मिता की लड़ाई लड़ रहे लोगों का मनोबल बढ़ेगा और देश-प्रदेश को एक नई ताकत मिलेगी।
रविवार को यहां नगर के होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में उपपा अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि, दिल्ली से चलने वाली भाजपा-कांग्रेस दोनों पाटियों ने उत्तराखंड का बेड़ा गर्क कर दिया है। पिछले 23 साल में राज्य की जमीनों की लूट खसोट, बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा के बढ़ते व्यवसायीकरण, दम तोड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था, लगातार बढ़ रही माफिया संस्कृति के लिए सिर्फ व सिर्फ भाजपा-कांग्रेस जिम्मेदार हैं। जिसका खामियाजा आज राज्य की जनता भुगत रही है।
तिवारी ने कहा कि सत्ता की निरंकुशता व धन-बल पर चुनाव जीतने वाले कभी भी राज्य का भला नहीं कर सकते है। सत्ता की निरंकुशता व धन-बल ने राज्य को बर्बाद कर दिया है और उत्तराखंड की दुर्दशा के कारण भी यही हैं। बागेश्वर उप चुनाव में भाजपा-कांग्रेस हारे या जीते उत्तराखंड की राजनीति में इससे कोई परिवर्तन नहीं हो सकता और न ही सत्ता के समीकरण बदलेंगे। इसलिए बागेश्वर की जनता को इस बात को समझना होगा और इन दोनों पार्टियों को अपने वोट की ताकत से जवाब देना होगा।
तिवारी ने कहा कि उपपा हमेशा से उत्तराखंड की अस्तित्व की लड़ाई लड़ते आई है। पहाड़ की जमीनों पर हो रहे भू माफियाओं के कब्जे के लिए सड़क से अदालत तक लड़ाई लड़ रही है। अगर बागेश्वर की जनता चुनाव में उपपा को अपना समर्थन देती है तो जमीनी लड़ाई लड़ने वाली संघर्षशील ताकतों का मनोबल बढ़ेगा और यह आगे जाकर यह राज्य में राजनीतिक परिवर्तन का एक बड़ा वाहक बनेगा।
तिवारी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में अतिक्रमण के नाम पर कार्रवाई सिर्फ आम आदमी पर हो रही है। लेकिन बड़े माफियाओं द्वारा किए गए अतिक्रमण पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। भाजपा हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर राज्य के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम कर रही है।
तिवारी ने कहा कि प्रदेश में भर्ती घोटालों व विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में भाजपा-कांग्रेस के कई नेताओं के नाम सामने आए, लेकिन भाजपा सरकार ने सफेदपोशों पर कोई कार्रवाई नहीं की, सरकार ने अपने लोगों को बचाने का काम किया।
जगदीश हत्याकांड के एक साल पूरे होने पर तिवारी ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि जिस दलित नेता की हत्या पर मुख्यमंत्री, सांसद व उनके विधायकों ने एक शब्द नहीं बोला, आज वह बागेश्वर की सुरक्षित सीट से किस मुंह से चुनाव लड़ रहे है। उन्होंने कहा कि उपपा भाजपा की इस चुप्पी को मुद्दा बनाएगी और प्रदेश में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि उपपा उत्तराखंड के जरूरी मुद्दों के लड़ाई लड़ते आई है और आगे भी लड़ती रहेगी।
पत्रकार वार्ता में पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा, अमीनुर्रहमान, राजू गिरी, उछास की भारती पांडे, भावना पांडे व दीपांशु आदि मौजूद रहे।