हरिद्वार: गायत्री तीर्थ शांतिकुंज और देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पंड्या और श्रद्धेया शैल दीदी ने पर्व पूजन किया और बही खाता आदि का पूजन किया।
श्रद्धेय डॉ. पंड्या ने अपने संबोधन में कहा कि दीपावली हमें स्वयं के पुरुषार्थ से आर्थिक उन्नति करने का संदेश देती है और इसी तरह परिवार, घर और संस्थान को माता लक्ष्मी अपना निवास स्थान बनाती है। उन्होंने कहा कि हमें खर्चीलेपन की आदत को त्यागकर दीपोत्सव मनाना चाहिए।
संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी ने भी दीपावली के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि यह पर्व हमें अंधकार को दूर कर प्रकाश की ओर अग्रसर होने का संदेश देता है। देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि हमें अपने भीतर एक ऐसा दीया जलाना चाहिए जो हमारे अंदर के अंधकार को मिटा दे और नए सौभाग्य को जगाए।
श्रद्धेय डॉ. प्रणव पंड्या का जन्मदिन
इसके साथ ही, शांतिकुंज में श्रद्धेय डॉ. प्रणव पंड्या का 74वां जन्मदिन भी सादगी के साथ मनाया गया। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी सहित शांतिकुंज के अंतेवासी, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के सदस्यों और गायत्री परिवार के सदस्यों ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। गायत्री विद्यापीठ के बच्चों ने भी उन्हें गुलदस्ता भेंट कर आशीर्वाद लिया।
सादा जीवन, उच्च विचार
श्रद्धेय डॉ. पंड्या ने मेडिकल की उच्च डिग्री प्राप्त करने के बाद अपना जीवन सद्गुरु युगद्रष्टा पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के चरणों में समर्पित कर दिया था। वे सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांतों को अपने जीवन में आत्मसात करते हैं और राष्ट्र व भारतीय संस्कृति के लिए समर्पित हैं।
शांतिकुंज में दीपावली का उत्सव
शांतिकुंज में दीपावली का उत्सव पारंपरिक तरीके से मनाया गया। पूरे परिसर को दीपों से सजाया गया था और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
शांतिकुंज में दीपावली का उल्लास और श्रद्धेय डॉ. प्रणव पंड्या का जन्मदिन
By
Posted on