हरिद्वार – मातृ सदन आश्रम में घुसा संदिग्ध व्यक्ति को लेकर कनखल पुलिस ने खुलासा किया है। आश्रम में घुसा संदिग्ध व्यक्ति मानसिक रोगी है। जबकि संदिग्ध महिला की पुलिस अभी तक पहचान नहीं कर पाई है। पुलिस दोनों प्रकरणों में अब तक की जांच में कोई षड्यंत्र सामने नही आया है। आश्रम की सुरक्षा के लिए संबंधित थाना प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिए गए है। इसके अलावा पूर्व में हुई दो संदिग्ध घटनाओं के संबंध में कनखल पुलिस ने महत्वपूर्ण तथ्य साझा किए हैं। उधर, मातृ सदन के स्वामी शिवानंद ने पत्रकार वार्ता में पुलिस पर मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है। कनखल थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक नितेश शर्मा ने बताया कि पहली घटना 11 अगस्त की है। जिसमें रात 10 बजे चैकी जगजीतपुर में सूचना प्राप्त हुई कि मातृ सदन आश्रम में एक संदिग्ध व्यक्ति घुस गया है। उक्त व्यक्ति के षड्यंत्र के तहत आश्रम में घुसने की संभवना जताते हुए इस संबंध में एक तहरीर 12 अगस्त को दी गई। घटना की जांच करने के बाद कुछ तथ्य सामने आए हैं। घटना के संबंध में तत्काल चौकी जगजीतपुर पुलिस ने आश्रम में पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को चौकी लाकर पूछताछ की गई। बताया कि बदहवास हालत में मिले उक्त संदिग्ध ने अपना नाम बबलू पुत्र बैजनाथ उम्र लगभग 24 वर्ष और निवासी जिला छपरा बिहार बताया है। प्रथम दृष्टया संदिग्ध मानसिक रूप से बीमार प्रतीत हुआ है। संदिग्ध ने यह भी बताया कि वह रात में पहले घाट और अन्य शेल्टर में सोकर जीवन यापन कर रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक तेज बारिश होने के कारण वह आश्रम के पीछे स्थित कमरे में रात में सोने के लिए चले जाता था और दिन में इधर-उधर घूमकर मांग कर खाना खा लेता था। मातृ सदन के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ में पता चला कि कांवड़ के बाद से यह व्यक्ति यहां आसपास घूमता फिरता रहता है और दिमागी रूप से परेशान है। वह लोगों के घरों और दुकानों के आगे मांगकर अपना पेट भरता है। काफी प्रयास के बाद भी परिवारजन के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। उपरोक्त व्यक्ति अभी भी चैकी में रह रहा है। चैकी में ही दोनो समय का खाना खा रहा है। अभी तक किसी भी तरह की गतिविधि संदिग्ध प्रतीत नहीं हुई है। परिवारजनों के संबंध में फोटो बिहार और अन्य राज्यों में भेजकर पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल में नियुक्त मनोचिकित्सक राजीव रंजन तिवारी ने भी मेडिकल जांच के दौरान उपरोक्त व्यक्ति की दिमागी हालत ठीक नहीं बताई गई है। थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने बताया कि दूसरी घटना 18 अगस्त की है। घटना के मुताबिक करीब 12.51 बजे एक महिला मातृ सदन आश्रम के क्लीनिक में मिली। जिसे आश्रम के ही किशन महाराज ने पूछताछ कर छोड़ दिया गया। आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने पर ज्ञात हुआ कि उक्त महिला के साथ एक लड़का भी सीसीटीवी कैमरे में दिख रहा है, जो कि एक षड्यंत्र के तहत आश्रम में घुसकर एक बड़ी वारदात देने के अंजाम देने आए थे। घटना की जांच के बाद तथ्य सामने आए हैं। मातृ सदन से व्हाट्सेप के माध्यम से प्राप्त शिकायत पर प्रारंभिक जांच प्रारंभ कर दी गई है। आश्रम में जब महिला को पकड़ा गया तो पुलिस को तत्काल कोई सूचना नहीं दी गई जिस कारण उक्त महिला से पूछताछ नही हो पाई। सीसीटीवी कैमरे देखने से यह लग रहा है कि उक्त महिला और पुरुष प्रेमी जोड़े है, जो कि सुनसान रास्ते की तरफ टहलते हुए आश्रम तक पहुंचे हैं। हालांकि आश्रम के लोगों ने उक्त महिला को पुलिस को बिना सूचना दिए छोड़ने पर उपरोक्त लोगों की पहचान नहीं हुई है। फुटेज में पुरुष की पहचान सावन पुत्र सतीश निवासी जगजीतपुर अड्डा थाना कनखल जनपद हरिद्वार उम्र 21 वर्ष के रूप में हुई है। जिससे आश्रम के लोगों के समक्ष ही पूछताछ की गई। पूछताछ में बताया कि भैंस चराने के दौरान भैंस का बच्चा घूमते-घूमते आश्रम की ओर आ गया था। हालांकि व्यक्ति को वर्तमान में संज्ञेय अपराध किए जाने से रोकने को लेकर अंतर्गत धारा 151 सीआरपीसी में गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे पूछताछ जारी है। चैकी प्रभारी, चेतक मोबाइल और थाना मोबाइल ने पूर्व से ही आश्रम के आसपास लगातार गश्त की जा रही है। जहां लगातार संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की जाती है। चेतक को भविष्य में आश्रम के आसपास आने जाने वाले लोगों से पूछताछ करने की हिदायत दी गई है। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से भी बात करके आश्रम के रास्ते पर चेतावनी बोर्ड्स लगाकर लोगो को चेताने और उक्त रास्ते पर न टहलने के लिए अवगत कराया गया है। उधर, मातृ सदन के स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि मातृ सदन की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं है। अभी तक डीएम और एसएसपी ने उनसे संपर्क करना उचित नहीं समझा। वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से जारी बयान में मातृ सदन की घटनाओं को मामूली बताकर रफा दफा करने का प्रयास किया गया है। मातृ सदन कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार है। मातृ सदन की शिकायत पर पुलिस प्रशासन की ओर से जारी बयान को लेकर मातृ सदन के स्वामी शिवानंद ने सोमवार को पुलिस प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली। सोमवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व में मातृ सदन की शिकायत पर डीएम और एसएसपी मातृ सदन में आकर घटना की जांच करते थे, लेकिन वर्तमान में लगातार दो घटनाएं घटित हुई, अभी तक डीएम एसएसपी ने मातृ सदन आना भी उचित नहीं समझा। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन ने मातृ सदन में घटित घटनाओं को मामूली बताते हुए रफा दफा भी करने का प्रयास किया है। ऐसे में साबित होता कि पुलिस प्रशासन दवाब में काम कर रहा है। नतीजा आश्रम के भीतर ही घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। पिछले दिनों घटित दोनों घटनाओं से पता चलता है कि मातृ सदन के खिलाफ साजिश रची जा रही है। स्वामी शिवानंद ने कहा कि सोमवार को पुलिस की ओर से जारी बयान को लेकर उन्हें भारी निराशा हुई है और जरूरत पड़ने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार है।
मातृ सदन में घुसने वाला व्यक्ति निकला मानसिक रोगी, स्वामी शिवानंद ने पुलिस पर लगाया मामला रफा-दफा करने का आरोप
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