सनातन धर्म को सर्वोच्च शिखर पर लाना ही संतों का मुख्य उद्देश्य:- स्वामी जितवानंद
हरिद्वार- शहरी विधायक मदन कौशिक ने कहा है कि संत महापुरुष देश एवं समाज का गौरव है। जो अपने भक्तों को ज्ञान के प्रेरणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जिस भी व्यक्ति पर संतों की कृपा बरसती है उसका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। भूपतवाला स्थित श्री भगवान धाम कबीर आश्रम धर्मशाला ट्रस्ट के आठवें वार्षिकोत्सव पर आयोजित संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए मदन कौशिक ने कहा कि स्वामी जितवानंद महाराज विद्वान एवं तपस्वी महापुरुष हैं। जो अपनी विद्वत्ता के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन कर राष्ट्र को नई दिशा प्रदान कर रहे हैं। श्री चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। संत समाज अनादि काल से राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता निभाता आ रहा है। स्वामी प्रकाशानंद महाराज युवा एवं ऊर्जावान संत है। जिनके नेतृत्व में भगवान धाम कबीर आश्रम समाज सेवा के प्रकल्पों में भली भांति अपना योगदान प्रदान कर रहा है। हम सभी इनके उज्जवल भविष्य और दीर्घायु की कामना करते हैं। स्वामी जितवानंद महाराज ने कहा कि सनातन धर्म को सर्वोच्च शिखर पर ले जाना ही संतों का मूल उद्देश्य है। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का स्वागत करते हुए कबीर आश्रम के अध्यक्ष स्वामी प्रकाशानंद महाराज ने कहा कि संत समाज की सेवा करते हुए समाज कल्याण में योगदान सुनिश्चित करना ही उनके जीवन का मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आश्रम से जारी सेवा प्रकल्पों में वृद्धि कर भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में वह अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं। इस दौरान कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का स्वामी श्रद्धानंद, स्वामी परमानंद एवं स्वामी श्यामानंद महाराज ने फूलमाला पहनकर स्वागत किया। इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी हरीचेतनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, महंत दुर्गादास, महंत सूरज दास, महंत प्रहलाद दास, महंत विष्णु दास, महंत शिवानंद, महंत अरुण दास, स्वामी नित्यानंद, महंत गुरमीत सिंह, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, महंत दिनेश दास, महंत बिहारी शरण, महंत नारायण दास पटवारी, भाजपा पार्षद अनिरुद्ध भाटी, भाजयुमो नेता विदित शर्मा सहित कई संत महापुरुष एवं अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।