कमल जगाती
नैनीताल- नैनीताल के ज्यूलिकोट में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के खिलाफ एकजुट आंदोलनकारियों ने मशाल जुलूस निकालकर अपना रोष जताया।
मशाल जुलूस में आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में जुटे
नैनीताल जिले में ज्योलीकोट की सड़क किनारे बैठे व्यवसायियों ने अतिक्रमण के खिलाफ की जा रही कार्यवाही का विरोध किया। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी क्रांति मोर्चा के साथ मिलकर अतिक्रमण प्रभावितों ने देर शाम सात बजे मशाल जुलूस निकाला। इसका नेतृत्व पूर्व विधायक डा नारायण सिंह जंतवाल ने किया। पूर्व सांसद एडवोकेट डा महेंद्र पाल ने शिरकत करते हुए भी संबोधित किया। नलेना गांव से प्रारंभ हुआ मशाल जुलूस ज्योलीकोट बाजार में आकर सभा में बदल गया, जहां डा.जंतवाल ने कहा कि अतिक्रमण के नाम पर पुराने व्यवसाइयों को उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस के दूरगामी दुष्प्रभाव होंगे सरकार को न्यायालय में अपना पक्ष मजबूती से रखना चाहिए। कहा कि सरकार पहले प्रदेश में भूमाफियाओं से सरकारी जमीन को छुड़वाए। उन्होंने उपस्थित लोगों से एकजुट होकर संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया। पूर्व सांसद महेंद्र पाल, राज्य आंदोलनकारी लीला बोरा ने कहा कि प्रदेश का विकास के नाम पर विनाश का कुचक्र रचा गया है। इस दौरान यू.के.डी.के कई पदाधिकारी, संगठन के जिलाध्यक्ष गणेश सिंह बिष्ट, इंदर नेगी, मनोज साह, मनमोहन कनवाल, महेश जोशी, मुनीर आलम, पान सिंह सिजवाली, भुवन रावत, दीपक जीना, दर्शन जीना, भानू सिंह, प्रदीप, मयंक, राजेंद्र कोटलिया, वीरभट्टी गेठिया, बेलुवाखान, ज्योलिकोट, भलयूटी नलेना, आमपड़ाव, दोगांव, डोलमार, भुजियाघाट से बड़ी संख्या में अतिक्रमण प्रभावितों ने हिस्सा लिया।