संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर हुए सर्वे के दौरान हिंसक प्रदर्शन में पांच लोगों की मौत हो गई। रविवार सुबह सात बजे जब कोर्ट कमिश्नर की टीम मस्जिद में सर्वे के लिए पहुंची तो भीड़ ने पथराव और तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
क्या हुआ:
* एक स्थानीय अदालत में दाखिल एक याचिका में दावा किया गया कि जामा मस्जिद के स्थान पर पहले हरिहर मंदिर था।
* अदालत के आदेश पर रविवार को मस्जिद का सर्वे होना था।
* सर्वे टीम के पहुंचने पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए और हिंसक हो गए।
* भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
* पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया।
* हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए।
प्रशासन की कार्रवाई:
* हिंसा को देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
* पुलिस ने पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी।
* प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए।
मृतकों की संख्या:
हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई है। मृतकों में संभल के हयातनगर निवासी रोमान, सरायतरीन निवासी बिलाल, मोहल्ला कोट गर्वी तबेला निवासी नईम, मोहल्ला तुर्तीपार इला निवासी कैफ और कोट गर्वी निवासी अयान शामिल हैं।
प्रशासन का दावा:
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि तीन युवकों की मौत गोली लगने से हुई है, लेकिन पुलिस ने गोली नहीं चलाई थी। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठी का प्रयोग किया था। तीसरे युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।
स्थानीय लोगों का आरोप:
हिंसा का शिकार युवकों के परिजनों ने पुलिस की गोली से मौत होने का आरोप लगाया है।
कोर्ट में अगली सुनवाई:
इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।
यह घटना क्यों हुई:
यह घटना धार्मिक भावनाओं को आहत करने और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाली है। इस घटना से साफ है कि ऐसी संवेदनशील स्थितियों को संभालने में प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा, पांच की मौत
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