मनोचिकित्सक को दिये कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश
अल्मोड़ा। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने जिला कारागार का निरीक्षण कर महिला कैदियों से मुलाकात की और समस्याएं सुनी। उन्होंने चिकित्सकों के रात में इमरजेंसी के समय फोन ना उठाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि कैदियों को स्वरोजगार के नए-नए अवसर देकर उनको मुख्यधारा में जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।
बुधवार को राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। उन्होंने जेल मैनुअल के अनुसार कैदियों को दिए जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। जेल अधिकारियों ने बताया कि एक महिला चिकित्सक व दो अन्य चिकित्सक कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण को आते हैं। रात के समय जब कोई इमरजेंसी होती है तो उस समय चिकित्सकों का फोन रिसीव नहीं होता है। जिससे दिक्कतें बढ़ जाती है। आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति ने इस संबंध में सीएमओ से बात कर लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों पर कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने माह में दो बार मनोचिकित्सक को जेल में कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए।
वहीं महिला कैदियों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था को वाटर हीटर के लिए सोलर पैनल लगाने के लिए उरेडा के अधिकारियों से बातचीत की। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति ने जेल में कैदियों को कानूनी सहायता दिए जाने पर जोर दिया। बात कही। संसाधनों की कमी से कैदियों के जेल में पढ़ाई आदि की व्यवस्था ना होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। वहीं जेल में कैदियों के लिए स्वजरोजगार के लिए किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण कर उसे आगे बढ़ाए जाने की बात कही। मौके पर जेल अधीक्षक जयंत पांगती आदि मौजूद रहे।