गांवों में हो रहा पलायन के चलते सुरक्षा को खतरा, इन गांवों में खुलेगी चौकी
देहरादून। उत्तराखंड की सीमा से लगते चीन व नेपाल से घुसपैठ रोकने के लिए पुलिस विभाग सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने जा रहा है। योजना के तहत विभाग जल्द ही पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी के पांच विकासखंडों मुनस्यारी, धारचूला, कनालीछीना, जोशीमठ व भटवाड़ी के सीमावर्ती क्षेत्र में 16 पुलिस चौकियां खोलने जा रहा है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव पास होते ही विभाग इस दिशा में काम शुरू कर देगा।
उत्तराखंड के तीन सीमांत जिले पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी के सीमावर्ती कई गांव अभी पलायन की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में यहां घुसपैठ की संभावना बनी रहती है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार सीमावर्ती 51 गांवों को वाइब्रेंट विलेज योजना में शामिल कर यहां सुविधाएं बढ़ाने जा रही है।
इन गांवों में आर्थिक सुधार-आजीविका विकास, घर व ग्रामीण अवस्थापना, पारिस्थितिकी तंत्र का पुनरुद्धार, सड़क कनेक्टिविटी और कौशल विकास आदि कार्य किए जाने हैं। योजना है कि इन गांवों में रहने वाले नौजवानों को नजदीक ही आजीविका के साधन मिले, ताकि पलायन रोका जा सके और रिवर्स पलायन हो।
चीन व नेपाल सीमा पर पुलिस चौकी खोलने का उद्देश्य सूचना का आदान प्रदान करना है। इन पुलिस चौकियों में पुलिस जवान वायरलेस व रिपीटर सेट से लैस होंगे। उत्तराखंड के तीन सीमांत जिलों पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी में कुल 658 किलोमीटर सीमा चीन व नेपाल से लगती है। सीमांत जिलों में तेजी से हुए पलायन के चलते घुसपैठ का खतरा हर समय बना रहता है। केंद्र सरकार की योजना है कि यदि सीमा पर पलायन रोका जाए तो घुसपैठ के खतरे को कम किया जा सकेगा।
जिला – गांव
पिथौरागढ़ – 26
चमोली – 14
उत्तरकाशी – 11
भारत के चीन-नेपाल सीमावर्ती इलाकों में खुलेंगी 16 पुलिस चौकियां
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