उत्तराखण्ड
हेमंत द्विवेदी बने बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष, दो उपाध्यक्षों की भी नियुक्ति
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष पद पर सैन्य और किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले हेमंत द्विवेदी की नियुक्ति की है। इसके साथ ही पहली बार समिति में दो उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। बेहतर प्रबंधन और तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके लिए बीकेटीसी एक्ट में संशोधन कर राज्यपाल की मंजूरी प्राप्त की गई।
तीन जिलों से प्रतिनिधित्व
बीकेटीसी के कार्यक्षेत्र के विस्तार और चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने समिति में दो उपाध्यक्षों की नियुक्ति को जरूरी माना। इससे संचालन में समन्वय बेहतर होगा और निर्णय प्रक्रिया भी तेज़ होगी। उपाध्यक्ष पद पर ऋषि प्रसाद सती (जिला चमोली) और विजय कपरवाण (जिला रुद्रप्रयाग) को नियुक्त किया गया है। इससे पौड़ी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों का स्थानीय प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हुआ है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि से हैं द्विवेदी
हेमंत द्विवेदी मूल रूप से पौड़ी जिले की यमकेश्वर तहसील के भृगुखाल (खोबरा) गांव के निवासी हैं। उनके पिता भारतीय सेना में रहे हैं और परिवार खेती-किसानी से भी जुड़ा है। उनका जन्म 16 नवंबर 1979 को देहरादून में हुआ। द्विवेदी की राजनीतिक यात्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नर्सरी माने जाने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से शुरू हुई।
राजनीति में लंबा अनुभव
हेमंत द्विवेदी 1999 से राजनीति में सक्रिय हैं। वे एबीवीपी, भाजयुमो और भाजपा में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। 2007-2009 तक भाजयुमो के प्रदेश प्रवक्ता, 2013-15 तक भाजपा के प्रदेश सचिव और 2016-2021 तक आजीवन सहयोग निधि के संयोजक रहे। 2022 में वह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पद पर नियुक्त किए गए।
पहले भी निभा चुके हैं जिम्मेदारी
हेमंत द्विवेदी 2009 से 2012 तक उत्तराखंड बीज एवं तराई विकास निगम (TDC) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके बाद एक बार फिर उन्हें राज्य सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सरकार को उम्मीद है कि हेमंत द्विवेदी की प्रशासनिक क्षमता और संगठनात्मक अनुभव से बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का संचालन और तीर्थयात्रियों की सुविधा दोनों बेहतर होंगी।
