उत्तराखण्ड
सुगम मतदान हेतु राज्य स्तरीय प्रचालन समिति की बैठक संपन्न, दिव्यांग मतदाताओं को मिलेगी विशेष सुविधा
देहरादून। सचिवालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में “स्टेट स्टेयरिंग कमेटी ऑन एक्सेसिबल इलेक्शन” की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य प्रदेश में सुगम, समावेशी एवं सुलभ मतदान व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना था। इसमें निःशक्त जन आयुक्त, समाज कल्याण एवं शिक्षा निदेशक, लोक निर्माण विभाग, सूचना महानिदेशक तथा विभिन्न एनजीओ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ पुरुषोत्तम ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों पर निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम सुविधाएं (एश्योर्ड मिनिमम फैसेलिटी-एएमएफ) जैसे रैंप, व्हीलचेयर, शौचालय, पीने का पानी, शेड और बैठने की सुविधा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने समाज कल्याण विभाग को निर्देशित किया कि दिव्यांग पेंशनधारकों की अद्यतन सूची प्रत्येक तिमाही में निर्वाचन विभाग को उपलब्ध कराई जाए, जिससे उन्हें पीडब्ल्यूडी श्रेणी में शत-प्रतिशत शामिल किया जा सके।
आगामी विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसएसआर) में पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के चिन्हिकरण और उनके अनुकूल मतदान सुविधा की विशेष निगरानी की जाएगी। साथ ही, जिला स्तर पर पीडब्ल्यूडी आईकॉन की नियुक्ति का भी निर्देश दिया गया है। एनआईईपीवीडी को ब्रेल लिपि में मतदाता जागरूकता सामग्री तैयार करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।
बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने समिति के गठन और उद्देश्यों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि 2018 से राज्य, जनपद और विधानसभा स्तर पर समितियां गठित हैं और नियमित बैठकें आयोजित होती हैं। प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि राज्य में 30-39 आयु वर्ग के दिव्यांगजन सर्वाधिक हैं और उन्हें मतदान केंद्रों पर समुचित सुविधा देना आयोग की प्राथमिकता है।
बैठक में उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी किशन सिंह नेगी, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ एएस उनियाल, समाज कल्याण निदेशक गीता राम नौटियाल सहित विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
