देहरादून
CM आवास में भव्य ‘इगास’ जश्न: मुख्यमंत्री धामी ने खेला ‘भेलों’, बोले- तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा!
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने CM आवास में राज्यपाल की मौजूदगी में इगास पर्व मनाया। कलाकारों ने दी पारंपरिक प्रस्तुतियां, CM ने खेला भेलों और कहा- संस्कृति बचाना हमारा सामूहिक दायित्व है।
देहरादून: उत्तराखंड की सांस्कृतिक अस्मिता और लोक आस्था का प्रतीक इगास पर्व (बूढ़ी दीवाली) मुख्यमंत्री आवास में बड़े हर्षोल्लास और पारंपरिक गौरव के साथ भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इगास केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सामूहिक भावना और सांस्कृतिक अस्मिता का प्रतीक है।
कार्यक्रम के दौरान, उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक कलाकारों, गायकों और विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। हारुल, झूमेंलो, चांचरी, थड़िया, जागर और अन्य पारंपरिक नृत्य-गायन की प्रस्तुतियों ने पूरे परिसर को लोकधुनों से सराबोर कर दिया। मुख्यमंत्री धामी ने कलाकारों के बीच उपस्थित होकर उनकी प्रस्तुति का आनंद लिया और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि हमारी लोक संस्कृति और परंपराएं हमारी सबसे बड़ी धरोहर हैं, और इन्हें संरक्षित करना हम सभी का सामूहिक दायित्व है।
धामी ने खेला पारंपरिक ‘भेलों’, दिया ‘कल्चर बेस्ड रोजगार’ पर जोर
इगास उत्सव के पारंपरिक क्रम को निभाते हुए मुख्यमंत्री ने लोक मान्यताओं के अनुसार परंपरागत रूप से “भेलों” भी खेला। इस दौरान वहां मौजूद बुजुर्गों, युवाओं और बच्चों में विशेष उत्साह दिखाई दिया, जिससे पूरा वातावरण पर्वतीय संस्कृति की खुशियों से भर गया। मुख्यमंत्री ने सभी कलाकारों और प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार लोक कलाकारों के उत्थान और ‘कल्चर बेस्ड रोजगार’ को प्रोत्साहित करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर विश्वभर में बसे प्रवासी उत्तराखंडियों से अपील की कि वे भी अपने पैतृक गांवों और परिवारों के साथ यह लोक पर्व मनाएं और अपनी जड़ों से जुड़े रहें। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि अब प्रवासी इगास पर गांवों का रुख कर रहे हैं, जो हमारी सामूहिकता को मजबूत करता है।
‘विकल्प रहित संकल्प’ से साकार होगा प्रधानमंत्री का विजन
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संकल्प को दोहराते हुए कहा कि ‘तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा’। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य का संकल्प है, जिसे साकार करना हम सभी का दायित्व है। मुख्यमंत्री ने ‘विकल्प रहित संकल्प’ की भावना पर जोर देते हुए कहा कि यह दशक उत्तराखंड के समग्र विकास, रोजगार-सृजन, पर्यटन विस्तार और युवा शक्ति के सशक्तिकरण का दशक होगा। हम सभी को मिलकर कार्य करना है ताकि उत्तराखंड विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर सके।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी, रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, मुख्य सचिव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
