अल्मोड़ा/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़
अल्मोड़ा: राज्य आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन, पेंशन और सड़कों की मांग
अल्मोड़ा में राज्य आंदोलनकारियों ने CDO को दिया ज्ञापन। आश्रित महिलाओं की रुकी पेंशन, सड़कों के डामरीकरण और नगरखान क्षेत्र में पेयजल-पशु चिकित्सालय खोलने की प्रमुख मांगें शामिल।
अल्मोड़ा। राज्य आंदोलनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्य विकास अधिकारी (CDO) से मुलाकात कर अपनी लंबित समस्याओं और क्षेत्र की विकास संबंधी माँगे रखीं। इन माँगों को मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन के माध्यम से सौंपा गया। शिष्टमंडल में शामिल आश्रित महिलाओं ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने तीन साल पहले पेंशन के लिए जिला कार्यालय में आवेदन किया था, लेकिन अभी तक उन्हें सम्मानजनक पेंशन नहीं मिली है। आंदोलनकारियों ने सरकार से जल्द से जल्द भरण पोषण हेतु यह लंबित पेंशन जारी करने की मांग की है।
आंदोलनकारियों ने क्षेत्र के विकास से जुड़ी कई महत्वपूर्ण माँगे भी रखीं। उन्होंने मनिआगर नगरखान मोटर मार्ग पर शीघ्र डामरीकरण करने की मांग की। इसके अलावा, नगरखान-तुरीनौला, गिरचोला-दौला, और नगरखान-भेटा डांगी लिंक मार्गों का निर्माण करने पर जोर दिया गया, जिससे इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर हो सके। उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज नगरखान के भवन निर्माण की मांग भी ज्ञापन में शामिल की है।
नगरखान क्षेत्र में व्याप्त पेयजल की गंभीर समस्या को देखते हुए, शिष्टमंडल ने चनोली ग्राम समूह पेयजल योजना में जलापूर्ति बढ़ाने के उपाय करने की मांग की है। साथ ही, मौनी, डालाकोट और गिरचोला जैसे गाँवों में हैंड पंप लगाने की भी अपील की गई है ताकि लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके। ग्रामीणों और पशुपालकों की आवश्यकता को देखते हुए आंदोलनकारियों ने क्षेत्र में एक पशु चिकित्सालय खोलने की भी मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वाले शिष्टमंडल में ब्रह्मा नन्द डालाकोटी, दौलत सिंह बगड्वाल, शिवराज बनौला, गोविन्द राम, गिरीश जोशी जैसे पुरुष आंदोलनकारियों के साथ देवकी देवी, आनन्दी देवी, बचुली देवी, तारा देवी और मुन्नी देवी जैसी आश्रित महिलाएं भी शामिल थीं। मुख्य विकास अधिकारी ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को उचित माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुँचाया जाएगा और संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।
